मेरठ में बदमाशों के हमले में घायल शिक्षिका की 15 दिन बाद मौत।

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Uttar Pradesh: मेरठ (Meerut) के किठौर में एक शिक्षिका पर उसके ही घर में बदमाशों ने हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया था। अब लगभग 15 दिन बीत जाने पर सोमवार को शिक्षिका ने अस्पताल में अपनी आखिरी सांसे ली। पुलिस ने मृतक शिक्षिका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शिक्षिका की मृत्यु की खबर सुनकर किठौर वासियों में रोष की लहर दौड़ गयी। लोगो ने आरोप लगाते हुए कहा की दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक आरोपियों को पकड़ नहीं पायी है।

पुलिस की कार्यशैली पर लगा प्रश्नचिन्ह

शिक्षिका की मृत्यु के बाद लोगो ने रोष जाहिर करते हुए कहा की घटना को लगभग दो हफ्ते बीत जाने पर भी अभी तक पुलिस लूट या रंजिश की मिस्ट्री का पता लगाकर अपराधियों को नहीं पकड़ पायी है। बताते चले की 10 अप्रैल की शाम को किठौर निवासी शिक्षिका राजबाला अपने ही घर में लहूलुहान अवस्था में पायी गयी थी। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। हमले के बाद से ही राजबाला कोमा में थी। जानकारी के अनुसार राजबाला का घर थाने के बराबर में था। जिसके बावजूद हमलावरों ने दुस्साहसिक तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस इस मामले की छानबीन के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरा को भी खंगाला लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया।

सिंगल मदर थी राजबाला

मिली जानकारी के अनुसार, राजबाला 25 साल पहले अपने पति से अलग हो चुकी थी और अपने इकलौते बेटे संचित अरोरा के साथ ही घर बनाकर किठौर में रह रही थी। राजबाला का घर किठौर स्थित थाने से सटा हुआ है। राजबाला खुद के घर में ही एसएम प्ले स्कूल का संचालन करती थी, जबकि बेटा संचित कपडे की दुकान करता है। 10 अप्रैल को संचित ने घर पर किसी काम के लिए अपनी दुकान पर काम करने वाले नौकर को भेजा। जहा उसे राजबाला लहूलुहान अवस्था में मिली। उसका सर फटा हुआ था। तुरंत राजबाला को मेरठ स्थित न्यूटिमा अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ से उनकी हालत को देखते हुए उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया था। इस मामले में इंस्पेक्टर विनय कुमार ने बताया की मुक़दमे को हत्या में तरमीम करके जाँच शुरू कर दी गयी है। जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जायेगा।