Swami Prasad Maurya: गाली देने वाला गाली की पीड़ा नहीं समझ सकता

स्वामीप्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने हालही में रामचरितमानस की चौपाइयों का विरोध किया था।

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कमल का साथ छोड़कर साइकिल पर बैठ चुके स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में छा गए है। मौर्या रामचरितमानस की चौपाइयों का विरोध करने के कारण लगातार चर्चा का विषय बने हुए है। जहाँ फिर से साइकिल पर सवार हो चुके स्वामीप्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने कुछ ऐसा बोला है, जिसे लेकर वो मिडिया में छा गए है। उन्होंने कहाँ कि, गाली देने वाला गाली की पीड़ा को नहीं समझ सकता।

सपा नेता स्वामीप्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘इंडियंस आर डॉग’ कहकर अंग्रेजों ने जो अपमान व बदसलूकी ट्रेन में गांधी जी से किया था, वह दर्द गांधी जी ने ही समझा था। उसी प्रकार धर्म की आड़ में जो अपमानजनक टिप्पणियां महिलाओं व शुद्र समाज में आने वाले आदिवासियों, दलितों व पिछड़ो से की जाती है, उसका दर्द भी महिलायें और शुद्र समाज के लोग ही समझ सकते हैं, गाली देने वाला गाली की पीड़ा नहीं समझ सकता।’

बता दे कि, स्वामीप्रसाद मौर्य को अब सपा प्रमुख़ अखिलेश यादव ने इन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया है। स्वामीप्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने हाल ही में रामचरितमानस की चौपाइयों का विरोध किया था और कहा था कि, ये ग्रंथ आदिवासी, दलित, पिछड़े और महिलाओं का विरोध करता है। ये चौपाइयां शूद्रों को खत्म करने की बात करती है। उनके इस बयान के बाद ही कई नेताओ और धर्मगुरुओ ने उनका जमकर विरोध किया था। जहाँ फिर से वो अपने नए बयान को लेकर चर्चा में छा गए है।