गर्मियों के साथ आने वाली बीमारियाँ व बचाव

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गर्मियों में तेज धूप और गर्म हवा अपने साथ अलग अलग तरह की बीमारियों को लाती है। खासकर बच्चे इन बीमारियों की चपेट में जल्दी आ जाते है। ऐसे में अपने परिवार को इन बीमारियों से बचाने के लिए जानते है इनके घरेलू इलाज-

घमौरियाँ

गर्मी की तेज धूप, उमस और गर्म रेतीली हवा अपने साथ एक कॉमन स्किन प्रॉब्लम भी लेकर आती है, जिसका शिकार घर का हर एक सदस्य होता है। घमौरियां होने पर ज्यादा मिर्च मसाले, तैलीय और कैफीन युक्त भोजन जैसे चाय, कॉफ़ी से जहा तक हो सके परहेज करना चाहिए। दादी नानी के नुस्खों की माने तो घमौरियाँ होने पर आम की गुठली का चूर्ण एक बेहतरीन दवा का काम करता है। आम की गुठली के चूर्ण को पानी के साथ मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें। इसके बाद पूरी बॉडी पर लगभग 15 मिनट के लिए ये पेस्ट लगाकर सूखने के लिए छोड़ दे। इसके बाद ठन्डे पानी से स्नान कर ले। नियमित रूप से ये पेस्ट लगाने से घमौरियों के साथ साथ उससे होने वाली चुभन से भी आराम मिलेगा।

नकसीर

गर्मी के मौसम में कई बार विभिन्न कारणों से नाक से खून बहने लगता है। जिसे ‘नकसीर फूटना’ कहते है। जिन लोगो को ‘नकसीर फूटने’ की परेशानी हो उन्हें अपनी डाइट में विटामिन सी युक्त भोजन को शामिल करना चाहिए। ऐसे लोगो को अंगूर व् अनार जैसे फल खाने चाहिए ताकि इस बीमारी से निजात मिल सके।

लू लगना

गर्मी के मौसम में तेज धूप व् रेतीली हवाओं का प्रकोप रहता है। इनको सामान्य भाषा में लू लगना या हीट स्ट्रोक भी कहते है। कभी कभी लू जानलेवा भी साबित हो जाती है। अगर किसी व्यक्ति को लू लग जाती है तो उसके शरीर का तापमान एकदम से गिर जाता है और इसका असर मस्तिष्क और खून के परिसंचरण की गति पर पड़ता है। इससे मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है। लू लगने पर हथेली और तलवे पर चन्दन घिसकर लगाने से या चन्दन का शरबत पुदीना के रस के साथ मिलाने से लू का प्रभाव कम हो जाता है। जहाँ तक हो सके तेज गर्मी में घर से बाहर ना जाये।