केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा कि मणिपुर भारत का अंग था है और रहेगा। मैं आज गांधी परिवार से पूछना चाहती हैं कि जम्मू-कश्मीर के विभाजन के समय कहां थे। आज भारत माता की हत्या की बात कही जा रही है। ये बात करते हैं इंसाफ की। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी का कहना है। ‘भारत मां की हत्या की बात करने वाले कभी भी मेज नहीं थपथपाते हैं। कांग्रेसियों ने बैठकर मां की हत्या के लिए मेज नहीं थपथपाई है।’
स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इन लोगों की सरकार में महिलाओं पर हुए अत्याचार हुए, महिलाओं का बलात्कार हुआ, हिंसा की क्रूर घटनाएं सामने आई थीं। इसपर ये लोग क्यों नहीं बोलते। अगर गांधी खानदान में हिम्मत है तो जम्मू-कश्मीर के बारे में लोगों को बताए। कांग्रेस कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार पर कुछ नहीं बोलती। आज जो लोग महिला के बारे में बात कर रहे हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कहते हैं, ‘भारत एक आवाज है, भारत हमारी जनता की आवाज है, दिल की आवाज है। उस आवाज की हत्या अपने मणिपुर में की। इसका मतलब भारत माता की हत्या आपने मणिपुर में की…आपने भारत को मार डाला।’ मणिपुर के लोगों को मार रहे हो। तुम देशद्रोही हो, तुम देशभक्त नहीं हो।’
भाजपा सांसद स्मृति ईरानी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, ‘आप भारत नहीं है, क्योंकि भारत भ्रष्ट नहीं है। भारत वंशवाद में नहीं योग्यता में विश्वास करता है और आज आप जैसे लोगों को यह याद रखने की जरूरत है कि अंग्रेजों से क्या कहा गया था। भारत छोड़ो, भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवाद भारत छोड़ो, योग्यता को अब भारत में जगह मिली है।’
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि ‘मैं कुछ दिन पहले मणिपुर गया था। हमारे प्रधानमंत्री अभी तक नहीं गए, क्योंकि उनके लिए मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है। मैं मणिपुर कह रहा हूं, लेकिन आज सच्चाई ये है कि कोई मणिपुर है ही नहीं। आपने मणिपुर को बांट दिया, तोड़ दिया।
राहुल गांधी ने कहा, मैंने राहत शिविरों में महिलाओं और बच्चों से बात की, जो हमारे प्रधानमंत्री ने आज तक नहीं की। जैसा कि मैंने अपने भाषण की शुरुआत में कहा, भारत लोगों की आवाज़ है, उनके दिलों की आवाज़ है। आपने मणिपुर में उस आवाज को मार दिया है। इसका मतलब है कि आपने मणिपुर में भारत माता की हत्या की है। आप राष्ट्रविरोधी हैं, आप देशभक्त नहीं हैं। आप भारत माता के रक्षक नहीं, उसके हत्यारे हैं।