Sitapur: जहाँ भारतीय संविधान में बाल विवाह को प्रतिबंधित करते हुए बाल विवाह रोकने के लिए सख्त कानून बनाए गए हैं, वही कुछ धन लोलुप अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के चलते बाल विवाह के मामले अकसर प्रकाश में आते रहे हैं। ताजा मामला कोतवाली लहरपुर क्षेत्र की भदफर पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाले डिंगरा गांव का है। जहाँ एक 11 वर्षीय किशोरी के बाल विवाह का मामला तब प्रकाश में आया जब किसी सामाजिक कार्यकर्ता के द्वारा मासूम 11 वर्षीय कामिनी पुत्री स्वर्गीय रामपाल का वीडियो मे पूछते हुए सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।
वायरल वीडियो में मासूम कामिनी द्वारा बताया जा रहा है कि उसी के गांव के पूर्व प्रधान इतवारी लाल ने अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर कोतवाली क्षेत्र के तेजवापुर गांव में नंदकिशोर के बेटे 14 वर्षीय रामरूप के साथ शादी रचा दी गई। वही मासूम कामिनी की मर्जी के बगैर उसे जबरन ससुराल भेजने का प्रयास किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो मामला भदफ़र पुलिस चौकी में पहुंचने के बाद भी बाल विवाह कराने वाले लोगों पर भदफ़र पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई बल्कि कामिनी को उसके बाबा के सुपुर्द कर इतिश्री कर ली गई। बाल विवाह कराने वाले लोगों पर भदफ़र पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न करना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। अब देखना यह है कि वीडियो वायरल होने के बाद उच्च अधिकारी बाल विवाह कराने वाले आरोपियों पर क्या कार्यवाही करते हैं।