Uttar Pradesh: सिद्धार्थनगर जिले (Siddharthnagar) में आज फर्जी प्रमाणपत्रो के सहारे शिक्षक भर्ती की काउंसिलिंग कराने आये दो जालसाजो को कर्मचारियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। यह दोनों 12460 शिक्षकों की भर्ती की काउंसलिंग में कूटरचित दस्तावेजों के सहारे सरकारी शिक्षक बनने के लिए सिद्धार्थनगर जिले में पहुचे थे। लेकिन काउंसलिंग के दौरान बिल्कुल नए कागज के प्रमाणपत्र देखकर कर्मचारियों को शक हो गया और उन्होंने इनके प्रमाणपत्रो की ऑनलाइन वेरिफिकेशन किया।
वेरिफिकेशन मे भी प्रमाणपत्र सही दिखने पर, मूल आवेदन पत्र से मोबाइल नम्बर निकालकर दोनों अभ्यर्थी से फोन पर बात की तो मूल अभ्यर्थीयों ने बताया कि हम काउंसलिंग में भाग लेने नही गए। हम लोग तो पहले ही शिक्षक की नौकरी पा चुके है और मुरादाबाद व फिरोजाबाद में कार्यरत है। इसके बाद काउंसलिंग कराने आये दोनों जालसाजों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। पकड़े गए दोनों युवक कानपुर जिले के पनकी थानाक्षेत्र के निवासी है। इनके खिलाफ सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया है और आगे की कार्यवाही की जा रही है।
इस मामले में बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि देर शाम यह अभ्यर्थी काउंसलिंग कराने पहुचे थे। समस्या बताई तो काउंसलिंग की अनुमति दे दी गई। लेकिन प्रस्तुत प्रमाणपत्र बिल्कुल नए कागजो में मुद्रित देख शक हुआ और जांच में पकड़े गए जिन्हें स्थानीय पुलिस बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया गया। साथ ही एफ आई आर दर्ज कराने जा रहा हूं। जिससे कठोर कार्यवाही की जा सके। यह छद्म नाम से काउंसलिंग में भाग लें रहे थे, लेकिन जिले में पहली बार ऐसा हुआ कि इन्हें नियुक्ति पत्र मिलने से पहले ही पकड़ लिया गया।