सिद्धार्थनगर: धार्मिक स्थल पर अतिक्रमण

वर्षों पूराने रामलीला मैदान पर अवैध रूप से स्थाई एवं अस्थाई निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया गया है।

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Siddharthnagar News: धार्मिक विवाद के मुद्दों को जीवंत रखना और चुनाव में विभिन्न प्रकार के स्वांग रचाकर उन्हीं मुद्दों पर तुष्टिकरण की राजनीति करना यह भारतीय राजनीति की पहचान रही लेकिन हिंदुत्व का चेहरा रहे उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की बागडोर संभालते ही इस मिथक को तोड़ दिया और अपने हिंदुत्व के स्टैंड पर हमेशा कायम रहे साथ ही तमाम वह धार्मिक स्थल जो विवाद के कारण बन सकते थे या बने हुए थे।

उन पर गंभीरता पूर्वक बिना किसी राग लपेट व तुष्टीकरण के उन समस्याओं को जड़ से खत्म करने का प्रयास किया परंतु कुछ जनप्रतिनिधियों की उदासीनता और स्थानीय प्रशासन की टालमटोल रवैये के चलते आज भी कुछ मामले ऐसे बने हुए हैं। जिस पर विवाद की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता मामला जनपद के बांसी का है जहां वर्षों पूराने रामलीला मैदान पर अवैध रूप से स्थाई एवं अस्थाई निर्माण कर अतिक्रमण कर लिया गया है।

जिसके लिए रामलीला समिति द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा लेकिन प्रभावशाली अतिक्रमणकारियों के सामने स्थानीय प्रशासन बौना बना हुआ है या यूं कह लें मौन समर्थन दिए हुए है। जबकि शासनादेश के मुताबिक जिलाधिकारी सहित शासन लिखा-पढ़ी करने पर उपजिलाधिकारी बांसी द्वारा पैमाईश व निशानदेही के साथ अस्थाई अतिक्रमण हटवाकर चेतावनी भी दी गई लेकिन स्थिति में रत्ती भर भी सुधार देखने को नहीं मिल रहा है।

आपको बता दें कि दसकों से यहां मैदान पर लगने वाले बाजार की आमदनी से प्रत्येक वर्ष अनुष्ठान सहित भगवान श्रीराम के जीवनकाल का मंचन किया जाता है और लोगों को सनातन संस्कृति के साथ उच्च आदर्शों से अवगत कराया जाता है लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों के तुष्टिकरण के चलते आज इसका आकार सिकुड़ चुका है और प्रशासन की लापरवाही के चलते विवाद की स्थिति बनी हुई है।