लखनऊ में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) की तरफ जूता फेंके जाने के मामले पर अयोध्या के हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर एक विवादित बयान दिया जिस पर पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय (Tej Narayan Pandey) ने पलटवार किया है।
उन्होंने कहा कि संत रामदास के सेवादार व खानसामा राजू दास अपनी हैसियत में रहें। सस्ती लोकप्रियता लेने के लिए अभद्र टिप्पणी न करें। भगवा पहन लेने से कोई संत नहीं हो जाता। कोई महात्मा नहीं हो जाता। संत महात्मा बनने के लिए आचरण को अच्छा करना होता है।
तेज नारायण पांडेय ने चेतावनी देते हुए कहा कि अखिलेश यादव की तरफ उंगली उठाने की हैसियत उनकी नहीं है। वे अपनी हद में रहकर बयानबाजी करें। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंके जाने को लेकर राजूदास ने अखिलेश यादव पर विवादित बयान दिया था।
राजूदास ने जूता फेंकने वाले आकाश सैनी को साधुवाद देते हुए कहा था कि अभी तो केवल स्वामी प्रसाद मौर्य के ऊपर जूता फेंका गया है। आगामी दिनों में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के साथ भी ऐसा हो सकता है। समाजवादी पार्टी सनातन संस्कृति सहित सभी मजहब और सभी पंथ पर आस्था रखने की बात करती है पर उसके शीर्ष नेता रामायण की प्रतियां जलाते हैं और सनातन को गाली देते हैं।