उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी विपक्षी खेमे में सेंध लगाने में जुटी हुई है। विपक्ष को पहले ओमप्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान ने झटका दिया था लेकिन अब सपा और आरएलडी की तरफ से भी विपक्षी एकता को झटका लगा है। दरअसल साहब सिंह सैनी, सुषमा पटेल, राजपाल सैनी और जगदीश सोनकर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। साहिब सिंह सैनी अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। राजपाल सैनी आरएलडी में थे। पूर्व में ये बसपा से राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं।
वर्ष 2022 में राजपाल सैनी ने आरएलडी टिकट पर खतौली से चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। खतौली में हुए उपचुनाव में सैनी को टिकट नहीं मिला तब से वो पार्टी से नाराज चल रहे थे। सुषमा पटेल बसपा की विधायक थीं। साल 2020 में उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन किया। विधानसभा चुनाव के दौरान वो जौनपुर के मड़ियाहू से चुनाव हार गईं थीं।
जगदीश सोनकर सपामें चार बार विधायक रहे हैं। विधानसभा चुनाव 2022 में अखिलेश यादव ने इनका टिकट काट दिया। जगदीप सोनकर दलित समाज से आते हैं, सुषमा पटेल कुर्मी, राज्यपाल सैनी और साहब सिंह सैनी की पश्चिमी यूपी में पिछड़ी जातियों पर अच्छी पकड़ है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के टिकट पर वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली शालिनी यादव ने सपा का साथ छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर लिया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि सपा सरकार में गुंडे और माफिया लोग सत्ता में थे। आज विकास हो रहा है। जब किसी सरकारी ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाता है तो वह अपनी फर्म का नया नाम रख लेता है।
उन्होंने कहा कि वैसे ही UPA का नया नाम INDIA हो गया है। केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि यूपी में 80 में 80 लोकसभा सीटों पर हमारी जीत होगी और पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। ये कोई गठबंधन बनाएं, कोई ठगबंधन बनाएं, कोई परिवारबंधन बनाएं लेकिन सरकार तो नरेंद्र मोदी की ही बनेगी।