कतर ने सोमवार को उन भारतीय नौसेना के दिग्गजों को रिहा कर दिया, जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी और जिनकी सजा को अलग-अलग अवधि की जेल की सजा में बदल दिया गया था। प्रधानमंत्री की यूएई यात्रा से पहले अधिकारियों को रिहा कर दिया गया।
शाहरुख खान ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है जिनमें कहा गया है कि कतर से भारतीय नौसेना के अधिकारियों की रिहाई में उनकी भूमिका थी, उन्होंने कहा कि इस तरह के दावे ‘निराधार’ हैं और इस सफल प्रस्ताव का कार्यान्वयन पूरी तरह से सरकार पर निर्भर है।
SRK की टीम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इस बात पर जोर देते हुए कि इस सफल प्रस्ताव का कार्यान्वयन पूरी तरह से भारत सरकार के अधिकारियों पर निर्भर है और इस मामले में श्री खान की भागीदारी से स्पष्ट रूप से इनकार करते हैं।
शाहरुख खान के कार्यालय ने कहा, “इसके अलावा, कूटनीति और शासन कला से जुड़े सभी मामलों को हमारे बहुत सक्षम नेताओं द्वारा सबसे अच्छी तरह से निष्पादित किया जाता है। कई अन्य भारतीयों की तरह श्री खान भी खुश हैं कि नौसेना अधिकारी घर पर सुरक्षित हैं और उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।”
एसआरके कार्यालय की प्रतिक्रिया भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार ने शाहरुख खान से हस्तक्षेप करने के लिए कहकर भारतीय नौसेना अधिकारियों की रिहाई सुनिश्चित की।