दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र शुरू है। शुक्रवार को सदन में हंगामे और नारेबाजी के चलते नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी को छोड़ सभी सातों विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया गया। सत्ता पक्ष के विधायक दिलीप पांडेय ने सदन में निलंबन प्रस्ताव रखा। विधायक संजीव झा ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया। जिसके बाद सभी विधायक सीएम कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर रहे। दरअसल, कोरम पूरा न होने के चलते 11 मिनट देर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई। वहीं, सत्ता पक्ष के विधायक संजीव झा को 10 फरवरी को बेटी के जन्म पर स्पीकर और सदन ने बधाई दी। वहीं जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी विधायक सदन में हंगामा करने लगे।
इसके बाद सत्ता पक्ष के विधायक दिलीप पांडेय ने सदन में निलंबन प्रस्ताव रखा। उन्होंने मांग की कि नेता प्रतिपक्ष को छोड़कर सभी सात भाजपा विधायकों के आचरण और सदन की अवमानना के लिए मामला विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया जाए। साथ ही जब तक यह मामला समिति के पास रहे, इन सभी विधायकों को निलंबित रखा जाए। सत्ता पक्ष के विधायक संजीव झा ने भी किया इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
रामवीर सिंह ने किया सदन से वॉकआउट
इसके बाद सदन में ध्वनिमत से यह प्रस्ताव पारित हो गया। नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी को छोड़कर सभी सात विधायक समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिए गए। सभी को सदन से मार्शल आउट किया गया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी भी सदन से वॉकआउट कर गए। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली विधानसभा में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। प्रश्नकाल खत्म कर दिया गया है। विपक्ष को बाहर कर दिया जाता है। केंद्र सरकार की उपलब्धियों को भी अपना बताया जाता है।
सीएम कार्यालय के बाहर नारेबाजी
इसके बाद सभी भाजपा विधायक सीएम अरविंद केजरीवाल के कार्यालय के बाहर नारेबाजी करने पहुंच गए। सभी विधायक केजरीवाल मुर्दाबाद, केजरीवाल भ्रष्टाचारी, तानाशाही नहीं चलेगी आदि के नारे लगा रहे हैं। निलंबित विधायकों में विजेंद्र गुप्ता, अजय महावर, जितेंद्र महाजन, मोहन सिंह बिष्ट, अनिल वाजपेई, अभय वर्मा और ओम प्रकाश शर्मा शामिल हैं।