आज राणापुर (Ranapur) थाना प्रांगण में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में आदिवासी रिति-रिवाज, परंपरा, संस्कृति, शादी-ब्याह, दहेज-दापा जेसी कई बातो पर विचार विमर्श किया गया। पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने बैठक में उपस्थित समस्त सरपंच तडवी व ग्रामीण वासियों से चर्चा करते हुए आदिवासी रीति रिवाज संस्कृति के बारे में जाना। बैठक का मुख्य उद्देश्य शादी ब्याह में दहेज-दापा, डीजे व कई अन्य कार्यक्रमों के बारे में जानकारी थी जिससे आदिवासी समाज की आर्थिक स्थिति में सुधार आए।
पुलीस अधीक्षक अगम जैन ने चर्चा करते हुए कहा कि अधिक दहेज लेकर दहेज प्रथा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे दहेज देने वाले परिवार की आर्थिक स्थिति में काफी प्रभाव पड़ता है। अधिक दहेज के कारण गुजरात पलायन की स्थिति भी बनती है। वही आपस में दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए समाज के सभी जागरूक व्यक्ति को दहेज ना लेने और ना देने के लिए एक जुट होकर तैयार होना पड़ेगा। गांव-गांव में चली आ रही दहेज प्रथा पर अंकुश लगाना काफी जरूरी है। साथ ही शादी ब्याह में होने वाले फिजूल खर्चों के बारे में बताते हुए डीजे पर अंकुश लगाने की चर्चा की गई।
बैठक में उपस्थित छागोला सरपंच सोहन सिंगाढ़ ने बताया कि हमने हमारे गांव छागोला में अभी ही दो दिन पहले एक शादी करवाई है, जिसमे मात्र सवा सो यानी 125 रुपए लेकर शादी की है। साथ ही दोनो पक्ष को बिठाकर आपस में चर्चा की व अगर लड़की को परेशान करे या कोई और समस्या हो तो इसके बदले दंड के तौर पर सवा दस लाख रुपए लेने की बात कही।
पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने छागोला सरपंच सोहन सिंगाढ की सराहना करते हुए सभी को बताया कि अगर यह छागोला में हो सकता है तो दूसरे गांव में क्यू नही?आप सभी लोग ध्यान दे व अपने समाज को विकसित करने के लिए कदम उठाए।