शिवसेना के नेता संजय राऊत (Sanjay Raut) ने स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर (Veer Savarkar) और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे (Bal Thackeray) को भारत रत्न न दिए जाने पर केंद्र सरकार की आलोचना की है। संजय राउत ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव को पद्मविभूषण दिए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि, जिन्होंने कार सेवकों पर गोली चलवाई उनको तो आपने पुरस्कार दे दिया, लेकिन अयोध्या के आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने वाले बालासाहेब (Balasaheb) को भूल गए।
संजय राऊत- मुलायम सिंह यादव देश के बड़े नेता थे, परन्तु…..
संजय राऊत (Sanjay Raut) ने कहा, “मुलायम सिंह यादव देश के बड़े नेता थे, रक्षामंत्री थे, 3 बार मुख्यमंत्री रहे, समाजवादी आंदोलन के बड़े नेता रहे लेकिन उनके साथ हमारे मतभेद रहे। जब अयोध्या का आंदोलन चल रहा था तो उन्होंने कार सेवकों पर गोलियां चलाने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि, कार सेवकों को गोली मारनी होती तो भी पीछे नहीं हटता और बाबरी मस्जिद की रक्षा करता। उसके बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP), बजरंग दल, VHP सभी ने मुलायम सिंह के ऊपर मुकदमा दायर करने की मांग भी की थी। हिंदुओं का हत्यारा तक कहने से नहीं चूके थे।”
राऊत ने कहा- बालासाहेब ठाकरे को भूल गए
संजय राऊत (Sanjay Raut) ने परोक्ष रूप से मुलायम सिंह यादव को पद्मविभूषण दिए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि, “आज उनकी ही सरकार ने उन्हें पद्मविभूषण से गौरवान्वित किया है, और मैं उस पर कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन यदि आप मुलायम सिंह का गौरव करते है तो फिर वीर सावरकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया? आप बालासाहेब ठाकरे को भूल गए, जिन्होंने अयोध्या के आंदोलन में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी। कार सेवकों पर गोली चलाने वाले को सम्मान दिया लेकिन आंदोलन को ऊर्जा देने वाले बालासाहेब ठाकरे को आप भूल गए।”