Election Commission पर भड़के संजय राउत

संजय राउत ने कहा, एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना के तौर पर मान्यता देने का निर्वाचन आयोग का फैसला "लोकतंत्र की हत्या" है।

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Election Commission: चुनाव आयोग (Election Commission) द्वारा शुक्रवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट को ‘असली’ शिवसेना बताए जाने पर उद्धव गुट के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) भड़के हुए नजर आए।

संजय राउत (Sanjay Raut) ने चुनाव आयोग के फैसले को गलत बताते हुए जमकर निशाना साधा। संजय राउत ने कहा कि, एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना के तौर पर मान्यता देने का निर्वाचन आयोग का फैसला “लोकतंत्र की हत्या” है। इसके खिलाफ उनकी पार्टी लोगों के पास जाएगी।

संजय राउत (Sanjay Raut) ने आगे कहा कि, आयोग का यह फैसला ‘राजनीतिक हिंसा’ का काम है। इसका उद्देश्य डर, बदले की भावना से शिवसेना को खत्म करना है। उन्होंने यह भी कहा कि, सभी राजनीतिक दलों को चुनाव प्रहरी से राजनीतिक दल की परिभाषा पूछने की जरूरत है।

पार्टी और लोग उद्धव ठाकरे के साथ हैं: राउत

संजय राउत (Sanjay Raut) ने महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के कंकावली में मीडिया कर्मी से बात करते हुए कहा कि, “चुनाव आयोग का आदेश शिवसेना को खत्म करने के लिए एक तरह की राजनीतिक हिंसा है। यह डर और बदले की भावना से किया गया है।”

उन्होंने शिवसेना का जिक्र करते हुए कहा कि, एक पार्टी है जो 50 साल से अधिक पुरानी है और जिसके कुछ विधायक और सांसद दबाव में दलबदल कर गए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग के फैसले को कानून, संविधान और लोगों की इच्छा का उल्लंघन बताया। संजय राउत ने कहा, “पार्टी और लोग उद्धव ठाकरे के साथ हैं और कानूनी लड़ाई जारी रहेगी।”

शिंदे गुट को शिवसेना नाम दिए जाने का आदेश दिए: आयोग

भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने शुक्रवार को शिंदे गुट को शिवसेना नाम दिए जाने का आदेश दिए। भारत निर्वाचन आयोग ने कहा कि, एकनाथ शिंदे की पार्टी द्वारा चुनाव चिह्न तीर और कमान बरकरार रखा जाएगा।

गौरतलब है कि, शिवसेना के दोनों धड़े (एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे) पिछले साल शिंदे (महाराष्ट्र के वर्तमान मुख्यमंत्री) द्वारा ठाकरे के खिलाफ विद्रोह करने के बाद से पार्टी के तीर-कमान के चुनाव चिह्न के लिए लड़ रहे हैं।