ख़बर यूपी के बलिया लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक सनातन पांडेय को बनाया प्रत्यासी। सनातन पांडेय को सपा ने लगातार दूसरी बार बनाया प्रत्यासी। 2019 के चुनाव में बीजेपी के वीरेंद्र सिंह मस्त से मात्र 15000 मतों से हार गए थे चुनाव।
बलिया लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने सनातन पांडे को प्रत्याशी घोषित किया है। सनातन पांडे मूल रूप से बलिया के ही रहने वाले हैं। सनातन पांडे मिर्जापुर से डिप्लोमा की पढ़ाई करने के बाद गन्ना विभाग में इंजिनियर बने और वर्ष 1996 में नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति के क्षेत्र में कदम रखे और 2002 में चिलकहर विधानसभा से निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े लेकिन उन्हें हार का मुँह देखना पड़ा इसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली और वो फिर 2007 में बलिया के चीलकहर विधानसभा से समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़कर विधायक बने।
परिसीमन के बाद चिलकहर विधानसभा का अस्तित्व समाप्त हो गया। 2012 में सपा ने सनातन पांडे को बलिया के रसड़ा विधानसभा से उम्मीदवार बनाया लेकिन सनातन पांडे को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, हार के बावजूद समाजवादी पार्टी ने इन्हे दर्जा प्राप्त मन्त्री का पद दिया। 2017 में सपा ने एक बार फिर इन्हे रसड़ा से प्रत्याशी बनाया लेकिन इस बार सनातन पांडे को फिर से हार का सामना करना पड़ा और इस बार सनातन पांडे तीसरे स्थान पर रहे।
दो-दो बार चुनाव हारने के बावजूद सनातन पांडे का कद सपा में कम नहीं हुआ और 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने इन्हे बलिया लोकसभा से प्रत्याशी बनाया लेकिन इस लोकसभा चुनाव में भी सनातन पांडे बीजेपी प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह मस्त से करीब पंद्रह हजार मतों के मामूली अंतर से हार गए। इस बार फिर समाजवादी पार्टी ने सनातन पांडे पर भरोषा जताया है।