रामपुर में हुआ बवाल, एक की मौत, दो घायल

मंडल कमिश्नर और डीआईजी पहुंचे मौके पर।

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Rampur: उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर (Rampur) में पुलिस की गोली से युवक की मौत हो जाने की खबर जंगल में आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई। घटना के बाद मंडल कमिश्नर आनजनेय कुमार सिंह, डीआईजी मुनिराज और एसपी राजेश द्विवेदी भी सूचना पाकर मौके पर पहुंच गए। इस बीच घटना की वजह और पुलिस की गोली से या अन्य करणों से हुई मौत की सच्चाई जानने के लिए उन्होंने इस बाबत जानकारी भी जुटाई है। वहीं इस पूरे प्रकरण की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दिए हैं।

रामपुर जनपद (Rampur) के मिलक थाना क्षेत्र अंतर्गत सिलईबड़ा गांव मे खाद डालने की ग्राम पंचायत की जमीन है, जिस पर मौजूद गढ़ों को पाट कर दलित समाज के लोगों ने डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने की पहल की थी। इसी को लेकर प्रशासन से शिकायत की गई। जिस पर तहसील प्रशासन मय पुलिस बल के मौके पर पहुंच गया। बस यहीं से विवाद की शुरुआत हो गई और ग्रामीण किसी बात को लेकर प्रशासन से नाराज हो गए। इस बीच पथराव भी हुआ। धीरे-धीरे हालात बेकाबू हो गए और इस दौरान गोली चलने से गेंदन लाल के पुत्र सुमित की मौके पर मौत हो गई। वहीं इस घटना में दो अन्य लोग घायल भी हो गए।

परिजनों का आरोप है कि सुमित की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है और वह मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं। घटना की सूचना पाकर पहले तो एसपी राजेश द्विवेदी और फिर उनके बाद कमिश्नर आनजनेय कुमार सिंह एवं डीआईजी मुनिराज मौके पर पहुंच गए। तीनों ही अधिकारियों ने उत्तेजित ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत किया और उनकी मांगों पर अमल करने का आश्वासन भी दिया है। इसके अलावा मौके की नजाकत को देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती के निर्देश भी दिए हैं। कमिश्नर ने मृतक के परिजनों के पुलिस द्वारा गोली चलाने के आरोपों पर मजिस्ट्रेट जांच को लेकर भी निर्देशित किया है।

कमिश्नर आञ्जनेय कुमार सिंह के मुताबिक गांव में खाद की गाड़ी की एक जमीन थी, जिसको पाट कर समतल किया गया। लोगों की मांग थी कि यहां पर अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जाए या पार्क बनाया जाए। उसको लेकर शिकायत की गई थी जिस पर प्रशासन ने कार्यवाही के लिए भेजा। उसके बाद वहां पर क्या घटना हुई? इन सब की जांच होगी। इन सब में परिवार ने तहरीर दी है कि गोली भी चली और एक बच्चे की मृत्यु हो गई। इस पर जांच की जाएगी।

परिवार की तहरीर के आधार पर जो भी इसमें दोषी पाए जाएंगे उन सब पर कार्यवाही की जाएगी। पुलिस की गोली से मृत्यु होना या जांच में जो भी सामने आएगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। इस घटना में दो लोग घायल भी है। उनको इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और परिवार को आश्वासन दिया गया है। मजदूर परिवार है जो भी समुचित सहायता होगी वह दी जाएगी। गांव में स्थिति सामान्य है। जो भी मांग है उस पर विचार किया जायेगा। सबसे पहली जरूरत है कि जो शव है उसका पोस्टमार्टम हो। जांच में जो कुछ भी हुआ है वह पता चलना चाहिए।