उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश का जनपद रामपुर (Rampur) उत्तराखंड की सीमा से सटा है। यही कारण है कि यहां पर जहरीले सांपों की भरमार है। इन सांपों को पकड़ने का जिम्मा वन विभागकर्मी जिन्हें रामपुर (Rampur) का स्नेकमैंन कहा जाता है उनके कंधों पर रहती है। चंद महीनों पहले उनके द्वारा कई जहरीले सांपों को आबादी के बीच से पकड़ा गया था, जिन्हें लोगो के निवास स्थान से दूर डीएफओ की अगुवाई में खुले जंगल में छोड़ दिया गया है।
जनपद रामपुर (Rampur) के पनवड़िया स्थित लोगों के घरों से कुछ जहरीले सांपों को स्नेकमैन के नाम से विख्यात वनकर्मी सजन बहादुर सिंह के द्वारा सूचना मिलने के बाद पकड़ा गया था। जिन्हें डब्बे और थैलों में कैद करके डीएफओ ऑफिस में रखा गया। इसके बाद आज पकड़े गए इन कोबरा प्रजाति के जहरीले सांपों को इंसानी आबादी से दूर जंगल में छोड़ने की करवाई को डीएफओ राजीव कुमार की अगुवाई में अंजाम तक पहुंचाया गया है। सभी कोबरा प्रजाति के इन जहरीले सांपों को एक-एक करके जंगल में छोड़ा गया है। वन विभाग की कैद से छूटने के बाद यह जहरीले सांप पल भर में ही आंखों से ओझल हो गए, जिनकी तस्वीर मीडिया के कमरे में कैद हुई हैं।
डीएफओ राजीव कुमार ने स्नेक मैन के नाम से विख्यात वनकर्मी सजन बहादुर सिंह के कार्य की एक बार फिर से जमकर सराहना की है। वहीं उनका कहना है कि सजन बहादुर सिंह के द्वारा अब 500 से अधिक जहरीले सांप पकड़े जा चुके हैं। वह बधाई के पात्र हैं क्योंकि अपनी जान को जोखिम में डालने के बाद भी वह अपने फर्ज को काफी वक्त से लगातार अंजाम तक पहुंचा रहे हैं।