Rampur News: उत्तर प्रदेश की लोकसभा-7 रामपुर सीट पर चुनाव लड़ रहे सपा प्रत्याशी मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी इन दिनों पूर्व में की गई अपनी कई शादियों को लेकर चर्चा में है। जहां एक और वह जनता से जनसंपर्क साथ कर वोट मांगते दिखाई दे रहे हैं तो वहीं अपने 10 साल के बेटे के साथ मायके में रह रही उनकी दूसरी पत्नी उनसे ही इंसाफ मांगती नज़र आ रही हैं।
सपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की सलाह को दरकिनार रखते हुए संसद भवन परिसर की मस्जिद में धार्मिक कार्य का संचालन करने वाले मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है। मौलाना मूल रूप से स्वार तहसील क्षेत्र अंतर्गत गांव रजानगर के रहने वाले हैं। उनका अधिकांश समय रामपुर से बाहर ही गुजरा है।
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने अब तक पांच शादियां कर रखी हैं और तीन पत्नियों से उनके तलाक भी होने की चर्चा इन दिनो खूब जोरों पर है, वहीं उनकी इनमें से एक पत्नी उनसे अलगाववाद के चलते अपने 10 साल के बेटे के साथ आगरा स्थित अपने मायके में रह रही हैं। कोर्ट में दोनों के बीच लंबे समय से मुकदमेबाज़ी भी चल रही है।
समाजवादी पार्टी ने उन्हें टिकट तो दे दिया है जबकि आजम खान कई सियासी कार्यक्रमों में खुले मंचो पर पूर्व में पीएम मोदी और उनकी पत्नी जशोदाबेन के अलगाववाद का मुद्दा अक्सर उठाते रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि उनकी पार्टी के प्रत्याशी मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी जिनपर आरोप है कि उन्होंने गैर जिम्मेदाराना तरीके से अपनी तीन पत्नियों को बिना किसी की परवाह किए छोड़ रखा है। उनको अपना समर्थन कैसे देंगे यह बात जरूर लोग सोचने पर मजबूर हो रहे हैं।
लोकसभा के प्रथम चरण के मतदान की तारीख 19 अप्रैल जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे बसपा, भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशी जनता को अपने-अपने पक्ष में लाने में पूरी शिद्दत के साथ जुटे हैं। ठीक इसी तरह सपा प्रत्याशी मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी भी अपने संसदीय क्षेत्र में मौजूद सड़कों पर उतरकर जनसंपर्क के माध्यम से मतदाताओं से वोट मांगते नजर आ रहे हैं। लेकिन ठीक इसके उलट आगरा में रहने वाली उनकी एक पत्नी रूमाना लंबे समय से कोर्ट में उनके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने के बावजूद अपने और अपने नाबालिक बेटे के लिए उनसे से ही इंसाफ मांगती नजर आ रही है।
सपा प्रत्याशी मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी पर अपनी पत्नी रूमाना और 10 साल के बेटे को नज़र अंदाज करने के चलते वह जहां एक और स्थानीय लोगों के निशाने पर आ गए वही विरोधी दलों के नेताओं ने भी अपने-अपने अंदाज में उन पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। हालांकि, बात अलग है मौलाना नदवी मीडिया द्वारा पूछे गए उनकी शादी से जुड़े मामले पर पूछे गए सवालों पर इसे कोर्ट का मामला बताते हुए पल्ला झाड़ते नजर आये हैं।