रामपुर लोकसभा: सपा का असली प्रत्याशी कौन मौलाना या राजा ?

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Rampur Lok Sabha

Rampur Lok Sabha: लोकतंत्र के महापर्व के मौके पर राजनीति राष्ट्रीय स्तर पर दो खेमा में बटी हुई नजर आती है। एक खेमे की अगवाई कांग्रेस तो दूसरे का प्रतिनिधित्व बीजेपी करती देखी जा सकती है, लेकिन ठीक इससे उलट रामपुर लोकसभा (Rampur Lok Sabha) 7 सीट पर समाजवादी पार्टी ही प्रत्याशियों को लेकर दो खेमो में बट चुकी है। एक और कलेक्ट्रेट पहुंच कर अखिलेश यादव के प्रत्याशी के रूप में मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी तो दूसरी और आजम खान के प्रत्याशी आसिम राजा ने अपना अपना नामांकन कराया है। फिलहाल सपा के असली प्रत्याशी को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है।

रामपुर की लोकसभा (Rampur Lok Sabha) सीट के लिए जहां भारतीय जनता पार्टी के सांसद घनश्याम सिंह लोधी बहुजन समाज पार्टी के जीशान खान ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना-अपना नामांकन दाखिल कर दिया है, तो वही सपा की ओर से अखिलेश यादव के द्वारा घोषित मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी तो वही आजम खान के समर्थित आसिम राजा ने भी अपना अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने भाजपा को शिकस्त देने के इरादे से कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है और इसी आधार पर प्रत्याशियों के क्षेत्र का बटवारा भी हुआ है। शुरुआती दौर में कांग्रेस-सपा गठबंधन बड़ी तेजी के साथ उत्तर प्रदेश में समीकरण सेट करता नजर आ रहा था, लेकिन लगता है अखिलेश यादव का खेल बिगाड़ने में भाजपा से ज्यादा उनके अपने चाचा आजम खान अहम भूमिका अदा करते नजर आ रहे हैं।

दरअसल 3 दिन पूर्व सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सीतापुर जेल पहुंचकर आजम खान से मुलाकात की थी बताया जा रहा है इस मुलाकात के बाद आजम खान ने अखिलेश यादव को रामपुर से चुनाव लड़ने का न्योता दिया था। इसके पीछे का कारण आजम खान उनकी पत्नी और छोटे बेटे अब्दुल्लाह आजम की कोर्ट से सुनाई गयी वह सजा थी जिसके आधार पर यह तीनों वर्तमान समय में कोई चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। अखिलेश यादव ने चंद रोज के बाद ही आजम खान के न्योता को एक तरह से अप्रत्यक्ष रूप से ठुकरा दिया और खुद के बजाय दिल्ली की संसद परिसर में मौजूद मस्जिद के इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को टिकट थमा दिया। इसके बाद आजम खान के पक्ष की ओर से अखिलेश यादव के लिए बुरी खबर यह आई की अखिलेश के अलावा कोई और प्रत्याशी मंजूर नहीं अगर अन्य प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरेगी तो उसका बहिष्कार किया जाएगा। हुआ भी यही बहिष्कार की चर्चा शुरू हो गई और रामपुर में सपा दो खेमों में बट गई।

नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन अखिलेश यादव की ओर से सपा प्रत्याशी के रूप में संसद में स्थित मस्जिद के इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी ने जहां कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन दाखिल किया तो वहीं आजम खान के करीबी आसिम राजा ने भी नामांकन कराया और खुद को सपाई बताया है। अब देखने वाली बात योगी की सपा के दोनों प्रत्याशी एक दूसरे से मुकाबला करेंगे या फिर उनकी लड़ाई भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी से होगी।