Rampur: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान के राजनीतिक किले को ढहाने में अपनी अहम भूमिका अदा करने वाले मुरादाबाद कमिश्नर आनजनेय कुमार सिंह की चौथी बार प्रतिनियुक्त की समय सीमा बढ़ चुकी है, जिसको लेकर जनपद रामपुर (Rampur) में भाजपा और कांग्रेसी एक साथ मिष्ठान वितरण करते हुए सड़क पर दिखाई दिए। कमिश्नर को एक बेहतर अधिकारी बताते हुए उनके कार्यों की जमकर प्रशंसा भी की गई है।
मुरादाबाद मंडल कमिश्नर आनजनेय कुमार सिंह करोना काल के दौरान रामपुर (Rampur) के डीएम रहे हैं। उनका 2 वर्षीय कार्यकाल काफी चर्चा में रहा है, जहां उन्होंने अपनी कार्य कुशलता के बल पर करोना जैसी आपदा में स्थानीय जनता को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होने दी। जिसकी खुशी का इजहार लोग आज भी करते नजर आते हैं। यह इजहार केंद्र सरकार द्वारा उनके प्रति नियुक्ति का चौथी बार कार्यकाल बढ़ाए जाने के दौरान भी देखने को मिला है।
मूल रूप से सिक्किम कैडर के होने के नाते वह उत्तर प्रदेश में प्रतिनियुक्ति पर हैं और अब चौथी बार उनके प्रति नियुक्ति की समय सीमा बढ़ा दी गई है। कमिश्नर आनजनेय कुमार सिंह को करीब से जानने वाले लोग आज सिविल लाइंस स्थित स्टार चौराहे पर मिष्ठान वितरण करते नजर आए। हालांकि यह बात अलग है कि देश की राजनीति में दो किनारो की तरह रहने वाले प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता इस मिष्ठान वितरण कार्यक्रम के दौरान स्थानीय स्तर पर एक ही जगह पर नजर आये।
लोकसभा के चुनाव को भले ही चंद हफ्ते ही बचे हैं जिसको लेकर देश की राजनीति दो खेमों में बंट चुकी है। जहां एक ओर सत्तारुढ़ भाजपा का खेमा है तो वहीं दूसरी तरफ की अगुवाई कांग्रेस के द्वारा की जा रही है। अखिलेश यादव की सपा कांग्रेस के साथ गठबंधन में है। मगर ठीक इसके उलट रामपुर के कुछ कांग्रेसियों की अंदर खाने भाजपाइयों से नजदीकी जग जाहिर है। इसी प्रकार सपा नेता आज़म खान और उनके पक्ष के लोग उनके सियासी दौर से ही भाजपाइयों को काम और कांग्रेसियों को ज्यादा अपना सियासी दुश्मन मानते रहे हैं।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आनजनेय कुमार सिंह की अगुवाई में आजम खान के विरुद्ध की गई करवाई का नतीजा यह निकला कि उनका सियासी अस्तित्व ही खत्म हो चुका है और वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ अलग-अलग जेलों में बंद है। ऐसे में उनकी प्रतिनियुक्ति की समय सीमा बढ़ाना कांग्रेसियों और भाजपाईयों के लिए एक बड़ी खुशी की बात है।