रामपुर: एसडीएम की शर्त के कायल हुए डीएफओ

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Rampur: पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए पेड़ पौधे बेहद जरूरी हैं, यह तो लगभग सभी जानते हैं। मगर फिर भी जगह-जगह हरे भरे पेड़ों को काटने का सिलसिला जारी है। इसी बात को लेकर भविष्य की चिंता करते हुए उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर (Rampur) के एसडीएम सदर जगमोहन गुप्ता के पर्यावरण प्रेम की एक शर्त के कायल डीएफओ राजीव कुमार भी हो गए हैं। आईये जाने क्या है पूरा मामला….

रामपुर जनपद (Rampur) की तहसील सदर के एसडीम जगमोहन गुप्ता इन दिनो जमानत पाने वाले व्यक्तियों से अपने अपने क्षेत्रों में मौजूद सरकारी जमीन, स्कूल या कब्रिस्तान में पौधा लगाने की शर्त रखने को लेकर खासी सुर्खियों में है। दरअसल दो पक्षों के आपसी विवादों के चलते कुछ लोगों का चालान शांति भंग की धाराओं में जैसे 151 के अलावा सीआरपीसी की धारा 107, 116 के तहत एसडीएम के द्वारा कार्यवाही की जाती है। आरोपियों को जेल भेजें या फिर उनको जमानत दे यह एसडीएम पर निर्भर करता है। इन दोनों इन धाराओं में थाने से चालान होकर आने वाले मुल्जिमान को साशर्त जमानत दी जा रही है।

जमानत पाने वाले व्यक्ति को अपने गांव या क्षेत्र में मौजूद सरकारी जमीन, स्कूल, शमशान या कब्रिस्तान में जाकर संभ्रांत व्यक्ति की मौजूदगी में पौधा लगाने की शर्त रखी जा रही है। एसडीएम सदर जगमोहन गुप्ता के इस पर्यावरण प्रेम को देखते हुए जहां मुल्जिमान या अधिवक्ता तारीफ करते नहीं थक रहे हैं तो वहीं अब इस कड़ी में डीएफओ राजीव कुमार का नाम भी जुड़ चुका है। एसडीएम के फरमान को लगभग चार माह का समय हो चुका है और जिसके चलते अब तक तहसील सदर क्षेत्र में 500 से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि यह पौधे आगे चलकर पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए काफी सहायक सिद्ध होंगे।

एसडीएम सदर जगमोहन गुप्ता के इस फरमान के बाद जहां अब तक मुलजिमान के द्वारा जमानत पाने के बाद 500 से अधिक पौधे सरकारी जमीन स्कूल शमशान या कब्रिस्तान में तो लगाए ही गए हैं, वहीं बाकायदा इसका सत्यापन भी कराया जा रहा है। जिसको लेकर कार्यालय में मौजूद एक रजिस्टर के जरिए पौधे लगाने वाले फोटोस को भी मेंटेन किया जा रहा है।