Rampur: सपा कार्यालय पर आयोजित हुआ चारबेत का कार्यक्रम

सभी धर्म और संप्रदाय के लोग मिलजुलकर साथ रहते है और एक दूसरे की संस्कृति का लुफ्त उठाते है।

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Rampur: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान पर आए दिन कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। यहाँ तक कि उन्हें और उनके बेटे को अपनी विधायकी तक गंवानी पड़ गई है। बावजूद इसके स्थानीय पार्टी कार्यालय पर इन सारी बातों को दरकिनार रखते हुए कहीं ना कहीं सपाइयों को आने वाले चुनावों को लेकर तैयार रखने के उद्देश्य से चार बेत यानी पठानी राग का आयोजन किया गया।

उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर (Rampur) ब्रिटिश शासन काल के दौरान अफगानिस्तान के रूहेला नवाब फैज उल्ला खान की रियासत के रूप में अस्तित्व में आया। जिस तरह से गल्फ देशों मैं वैली डांस प्रचलित है। ठीक उसी तरह से अफगानिस्तान के लोगों द्वारा पसंद किया जाने वाला पठानी राग यानी चार बेत का खुमार आज भी रामपुर (Rampur) वासियों के सिर पर सवार रहता है। फिलहाल जैसे-जैसे लोकसभा के चुनाव का वक्त नजदीक आ रहा है। वैसे वैसे समाजवादी पार्टी भी अपने आप को उसके लिए तैयार करने में जुट चुकी है। सपा नेता आजम खान अपनी और अपने बेटे की विधायकी कानूनी शिकंजे में फंसने के बाद गवा चुके है। लेकिन फिर भी यहां से पार्टी का झंडा बुलंद करने की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर है। शायद इसी उद्देश्य से समाजवादियों को चुनाव तक एकजुट रखने की कवायद को लेकर पार्टी कार्यालय पर चार बेत के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

रिटायर्ड आईएएस अधिकारी जेड.एम खान के मुताबिक सपा कार्यालय पर चार बेत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह पठानी राग है। जिससे रामपुर (Rampur) वासियों का सदियों से गहरा नाता रहा है। और दो दशकों के बाद एक बार फिर उन्हीं की अगुवाई में इसी को लेकर यह कार्यक्रम आयोजित करवाया गया है।

सपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल के मुताबिक रामपुर मैं सभी धर्म और संप्रदाय के लोग मिलजुलकर साथ रहते है और एक दूसरे की संस्कृति का लुफ्त उठाते है। पहले भी इस तरह के कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है। सपाइयों ने तय किया है। कि संस्कृतिक एवं खेल संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन आगे भी होता रहेगा।