Rampur: नहले पर दहला वाली कहावत जरूर आपने सुनी होगी। कुछ इसी तरह का नजारा रामपुर (Rampur) में सपा प्रत्याशी की घोषणा के बाद देखने को मिल रहा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के परिवार से घोषित हुए प्रत्याशी तेज प्रताप का जैसे ही सपा जिला अध्यक्ष की अगवाई में आजम खान समर्थकों ने बहिष्कार किया, अब उन बहिष्कार करने वाले सिपाहियों का बहिष्कार पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मशकूर अहमद मुन्ना की अगुवाई में शुरू हो चुका है। सीधे तौर पर रामपुर की सपा दो खेमों में बट चुकी है।
रामपुर (Rampur) लोकसभा 7 पर प्रथम चरण का चुनाव होना है, जिसको लेकर नामांकन प्रक्रिया पूर्ण करने में महज चंद घंटो का समय ही बाकी है। यहां की सीट गठबंधन की ओर से सपा के खाते में जा चुकी है। बावजूद इसके पार्टी को यहां से कोई स्थानीय प्रत्याशी नहीं मिल पाया है। वजह कुछ भी रही हो लेकिन तर्क आजम खान की मंशा को बताया जा रहा है। 3 दिन पूर्व अखिलेश यादव ने सीतापुर की जेल में बंद आजम खान से मुलाकात की थी। जहां पर दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत का खुलासा आजम खान का वह ऑफर था, जिसमें उनके द्वारा अखिलेश यादव को चुनाव लड़ने का न्योता दिया गया था। लेकिन यहां से तेज प्रताप यादव के नाम की घोषणा पार्टी हाई कमान की ओर से कर दी गई।
बस इसी बात से स्थानीय सपाइयों में रार शुरू हो गई। आजम खान के करीबियों में शुमार सपा के जिला अध्यक्ष अजय सागर एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी आसिम राजा के द्वारा संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता करने के बाद घोषित प्रत्याशी का विरोध करते हुए चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया गया है। अब चुनाव बहिष्कार करने वाले स्थानीय नेताओं का विरोध शुरू हो चुका है। ऐसे में माना जा सकता है कि रामपुर सप दो खेमा में बट चुकी है।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं सपा के निवर्तमान एमएलसी प्रत्याशी मशकूर अहमद मुन्ना ने चुनाव बहिष्कार करने का ऐलान करने वाले आजम खान एवं उनके करीबियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि बहिष्कार का ऐलान चंद लोगों के द्वारा किया गया है जिनकी जनता के बीच किसी तरह की कोई पकड़ नहीं है वह अखिलेश यादव के फैसले के रूप में घोषित प्रत्याशी तेज प्रताप यादव के साथ हर तरह से खड़े हैं क्योंकि रामपुर में सपाइयो की तादाद अच्छे खासी है। ऐसे में भाजपा को हराने के लिए सपा मुखिया अखिलेश यादव का अपने परिवार से प्रत्याशी घोषित करना एक सराहनीय कदम है। मशकूर अहमद मुन्ना इस कदम का समर्थन सपा की किसान यूनियन बैंक की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता यादव ने भी खुलकर किया है।