हिमाचल में बारिश ने मचाई भीषण तबाही, चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद

हिमाचल प्रदेश में मानसून तबाही लेकर आया है। पिछले 72 घंटों में काफी नुकसान पहुंचाया है। मानसून की पहली बारिश में नदियां और नाले उफान पर हैं। रामपुर में तो भारी बारिश से बादल भी फटे हैं।

0
25
Himachal

हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने पिछले 72 घंटों में भारी तबाही मचाई है. मानसून की पहली बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। रामपुर में तो भारी बारिश से बादल भी फटे हैं। जिससे करोड़ों का नुकसान हुआ है। चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद होने से आम लोगों को गाड़ियों में ही रात बितानी पड़ी है। वहीं दो लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है. राज्य में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।

दूसरे दिन भी जारी है तबाही का क्रम

दूसरे दिन भी भारी तबाही का क्रम जारी रहा। दो व्यक्तियों की मौत हो गई। साथ ही करोड़ों का नुकसान भी सामने आया है। भारी वर्षा व भूस्खलन के कारण सात मकान, चार गोशाला, 11 वाहनों का नुकसान हुआ है। जबकि पांच बकरियों का भी नुकसान हुआ है।

जिला शिमला के डोडरा क्वार के जिस्कून में ट्रेकर पर चट्टान गिरने के कारण बिहार के एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जबकि सोलन जिला के अर्की के काठपोल में बादल फटा जिसके कारण 35 बकरियां बह गई जिनमें से पांच मारी गयी।

मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार छह जिलों चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, शिमला, सिरमौर व मंडी में आज भी भारी वर्षा के कारण बाढ़ आने की चेतावनी जारी है। ऐसे में लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है। नदियों और नालों के आसपास न जाएं और घरों से बाहर निकलते समय पूरा ध्यान रखें।

सोलन में भी भारी वर्षा के कारण कोटी धर्मपुर व कैथलीघाट के नजदीक भूस्खलन होने से ट्रैक पर मलबा आ गया। सुबह चलने वाली रेलगाड़ी भी शिमला के नजदीक कैथलीघाट में फंस गई। रेलगाड़ी में बैठी सवारियों को बस से आगे भेजा गया।

सभी विभागों एडीआरएफ और एसडीआरएफ को अलर्ट पर रखा गया है। जान माल का नुकसान न हो इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह की आपदा आने पर तुरंत एक्शन में आने और राहत प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।

पहली बारिश ने 15 करोड़ से अधिक का नुकसान किया है हालांकि इस नुकसान के और बढ़ने का अनुमान है। मौसम विभाग ने आगामी चार दिनों तक प्रदेश के दा जिलों किन्नौर व लाहुल स्पीति को छोड़ आंधी व भारी वर्षा का आरेंज व येलो अलर्ट जारी किया है।