हिमाचल में बारिश का कहर, ताश के पत्तो की तरह ढह गयी इमारत

पहाड़ी इलाके में हुए भीषण भूस्खलन में ढही इमारत और मकानों के मलबे में काफी लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।

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हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कुल्लू में भीषण भूस्खलन से कई घर ताश के पत्तो की तरह ढह गए। पहाड़ी इलाके में हुए भीषण भूस्खलन में ढही इमारत और मकानों के मलबे में काफी लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। सोशल मीडिया पर इस भूस्खलन का एक खतरनाक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है कि पहाड़ के दरकने से घाटी में बसे मकान कैसे ढह गए। भूस्खलन के दृश्यों में कई बहुमंजिला इमारतें ढहती हुई दिखाई दे रही हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आज से अगले दो दिनों तक हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है।

राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे निवासियों को मौसम की गंभीर स्थिति का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। जिले में भारी बारिश के बाद क्षतिग्रस्त कुल्लू-मंडी राजमार्ग पर आज सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कुल्लू की वरिष्ठ पुलिस अधिकारी साक्षी वर्मा ने कहा, ‘कुल्लू और मंडी को जोड़ने वाली सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। पंडोह के रास्ते एक वैकल्पिक मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसलिए, यातायात की आवाजाही फिलहाल निलंबित है।’

लगातार बारिश के कारण पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील पहाड़ी राज्य में भूस्खलन, बादल फटने और अचानक बाढ़ के साथ व्यापक तबाही हुई है। राज्य सरकार ने पहले पूरे राज्य को ‘प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र’ घोषित किया था और नुकसान का आकलन करने और प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए काम कर रही है। इस मानसून सीजन में भारी बारिश के कारण कुल 709 सड़कें बंद हो गई हैं। वही एक सरकारी बुलेटिन में कहा गया है कि बारिश ने 224 लोगों की जान ले ली है, जबकि 117 अन्य लोग बारिश से संबंधित दुर्घटनाओं में मारे गए हैं।