पहलवानों द्वारा विवाद के बीच बजरंग पुनिया से मिले राहुल गाँधी

इस विवाद के बीच कई पहलवान और अन्य खिलाड़ी भी अपना पुरस्कार वापस करने की बात कर चुके हैं।

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पहलवानों द्वारा कुश्ती महासंघ के खिलाफ लगातार विरोध -प्रदर्शन जारी है। हालांकि, कुश्ती संघ को लेकर ताजा विवाद के बाद केंद्र सरकार ने महासंघ के चुनाव होने के बाद नई चुनी गई कमेटी को भंग कर दिया था। इस विवाद के बीच कई पहलवान और अन्य खिलाड़ी भी अपना पुरस्कार वापस करने की बात कर चुके हैं।

कुश्ती संघ और पहलवानों द्वारा जारी विवाद के बीच राजनीति भी हो रही है। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने इन पहलवानों से मुलाकात की थी। वहीं, अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बजरंग पूनिया से मुलाकात की है। राहुल गांधी और बजरंग पूनिया की ये मुलाकात हरियाणा के झज्जर में आयोजित एक सभा के दौरान हुई है।

बता दें कि कुछ दिन पहले ही महिला पहलवान विनेश फोगाट ने ऐलान किया है कि वो अपना खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस करेंगी। विनेश फोगाट की यह घोषणा साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा करने और बजरंग पुनिया द्वारा अपना पद्मश्री लौटाने के एक हफ्ते से भी कम समय आया है।

बता दें, विनेश फोगाट उन पहलवानों में शामिल थीं, जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। बृजभूषण शरण सिंह पर साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और यह तीनों पहलवान उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे थे।

बृज भूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी संजय सिंह के नेतृत्व वाले पैनल ने गुरुवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनावों में जीत हासिल की थी। संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने के बाद साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का फैसला लिया था। इसके बाद बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री लौटाने का फैसला लिया था। हालांकि, रविवार को खेल मंत्रालय ने संजय सिंह के नेतृत्व वाले पैनल को निलंबित कर दिया था।

इस बीच 21 दिसंबर को ही WFI के चुनाव हुए थे। इसमें बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह नए चीफ बने थे। पहलवान इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं। अब रविवार को खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को सस्पेंड कर दिया। इन सबके बीच अब बृजभूषण शरण सिंह ने फेडरेशन को सस्पेंड किए जाने पर ऐतराज जताते हुए अपने संन्यास की घोषणा की। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ‘मैं कुश्ती संघ से संन्यास ले चुका हूं। अब सरकार के फैसले पर जो भी बात करनी होगी, वो नई फेडरेशन करेगी। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। मैं सांसद हूं और अपने काम पर फोकस करूंगा।’