दिव्य-महाकुम्भ 2025 के लिए परियोजनाओं पर लगी मोहर

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Divya-Mahakumbh

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में दिव्य-महाकुम्भ (Divya-Mahakumbh) 2025 की तैयारी आरम्भ होने को है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने 27 फरवरी को सर्किट हाउस में हुई एपेक्स कमेटी की बैठक में महाकुम्भ के लिए 38 परियोजनाओं पर मोहर लगा दी है। जहां पहले से ही 50 बड़ी परियोजनायें तैयार है। जानकारी के मुताबिक, 38 परियोजनाओं पर 896 करोड़ रुपये व्यय होंगे। महाकुम्भ मेला 2025 के लिए निर्माण कार्य 15 मार्च के बाद शुरू होंगे।

12 परियोजनाओं पर रोक

मुख्य सचिव ने मेडिकल कॉलेज की 12 परियोजनाओं को पुनः परीक्षण के लिए रोक दिया। इन परियोजनाओं पर 51.5 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव था। मेडिकल कॉलेज के अफसर इन कार्यों का स्पष्टीकरण नहीं कर सके। ऐसे में मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि एक हफ्ते में इसे ठीक से देखकर बताएं कि इन कार्यों का महत्त्व क्या है।

दो साल के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट गठित

बैठक के दौरान मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से पूछा गया कि किचन बना रहे हैं तो इसका औचित्य क्या है। केवल भवन बनाने से काम नहीं चलेगा। परियोजना की पूरी प्लानिंग प्रस्तुत करने को कहा गया। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि सभी विभागों से प्रस्ताव मिलने के बाद 15 मार्च तक शासनादेश जारी किया जाए। जिससे काम तत्काल शुरू कराया जा सके। दो साल के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट भी गठित होगी। जिससे संसाधनों की कमी न हो।

स्वच्छ बनाने का आश्वासन

इंदौर मॉडल से प्रेरणा लेते हुए बैठक में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने शहर में स्वच्छता व यातायात समस्याओं के निराकरण के लिए महाकुम्भ 2025 (Divya-Mahakumbh) से पहले प्रयागराज को ओर स्वच्छ बनाने का आश्वासन दिया। बैठक में (Divya-Mahakumbh) कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, डीएम संजय कुमार खत्री, मेलाधिकारी अरविंद सिंह चौहान सहित सभी अफसर मौजूद रहे।

परियोजनाओं मास्टर माइंड तैयार

सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड की छह परियोजनाओं को मंजूरी दी है। जिसमें गंगा के दाएं किनारे पर रसूलाबाद घाट से गंगेश्वर महादेव मंदिर तक, नागवासुकी सम्पर्क मार्ग से अमिताभ बच्चन पुलिया तक, दारागंज तिराहे से शास्त्री ब्रिज के मध्य की लंबाई में कटाव रोकने का काम शामिल है। गंगा नदी के बाएं किनारे पर पूरे सूरदास से पीडब्लूडी स्टोर तक, पुरानी जीटी रोड से गरीबदास आश्रम तक और काली रैम्प से छतनाग तक कटाव रोकने के साथ इंटरलॉकिंग भी कराई जाएगी। इन परियोजनाओं पर 200 करोड़ रुपये खर्च होना है।

परियोजनाओं में उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम की दो परियोजनाएं पर भी मोहर लगी है, जिसमें अंदावा-कनिहार मार्ग स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर प्रस्तावित दो लेन आरओबी व यूनाइटेड कॉलेज के पास इलाहाबाद-मुगलसराय रेल सेक्शन पर प्रस्तावित दो लेन आरओबी को स्थगित कर दिया है। क्योंकि रिंग रोड के कारण यहां यह काम पूर्व में ही हो रहे हैं।

ट्रैफिक कंसल्टेंट तैनात

जिले में जाम की समस्या को दूर करने के लिए नए यमुना पुल से डीपीएस स्कूल तक अरैल बांध रोड, पुराने यमुना पुल से लेप्रोसी चौराहे तक, चंद्रशेखर आजाद पार्क गेट नंबर छह से संगम पेट्रोल पंप क्रांसिंग सोहबतियाबाग तक, लेप्रोसी चौराहा से नैनी रेलवे स्टेशन तक, नैनी रेलवे स्टेशन से प्रयागराज मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग तक, प्रयागराज मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग होते हुए सीओडी क्रासिंग, झंसी स्थित कटका तिराहा से झुंसी बस स्टैंड तिराहा तक, झुंसी बस स्टैंड तिराहा से गंगा तट तक सभी सड़कों की चौड़ाई 24 मीटर की जाएगी। ट्रैफिक को रोकने के लिया जगह-जगह पर ट्रैफिक कंसल्टेंट तैनात किए जाएंगे। सड़क बनाते समय ही वहां पर पार्किंग के लिए जमीन चिह्नित कर पार्किंग बनाई जाएगी।

बदल जाएगी शहर की तस्वीर

एसआरन हॉस्पिटल से महात्मा गांधी मार्ग तक, फाफामऊ पुल से गंगा नदी की ओर जाने वाले मार्ग (बेला कछार पार्किंग रोड) तक, पुराने यमुना पुल के नीचे की सड़क, छिवकी रेलवे स्टेशन गेट-2 से सीओडी क्रासिंग तक, ईसीसी कालेज से नूरूल्ला रोड तक, आईईआरटी कॉलेज से सदियाबाद सलोरी, अमिताभ बच्चन पुलिया कैलाशपुरी व गोविंद सब्जी मंडी होते हुए तेलियरगंज चौराहे तक की सभी सड़कों की चौड़ाई 18 मीटर की जाएगी।

एफसीआई रोड स्थित ओवर ब्रिज के दोनों ओर नैनी रेलवे स्टेशन के संपर्क मार्ग को 6.5 मीटर तक चौड़ा करने, फाफामऊ में एसटीपी मार्ग से बेला कछार मार्ग में इंटरलाकिंग कराने को अनुमति दी गई है। अंदावा चौराहे से सहसों चौराहे तक डिवाइडर पर ग्रीनरी विकसित की जाएगी। आजाद पार्क की झील में बोटिंग की सुविधा होगी।