प्रियका गांधी सलाहकार पूर्व सांसद राकेश सचान ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी का पकड़ा दामन

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Rakesh Sachan

उत्तर प्रदेश में दल बदल की राजनीतिक की बयार कुछ तेजी से बह रही है। कानपुर ग्रामीण की राजनीति में कद्​दावर नेताओं में गिने जाने वाले कानपुर शहर की फतेहपुर सीट से कांग्रेस के पूर्व सांसद और प्रियंका गांधी के सलाहकार राकेश सचान ने पार्टी छोड़ दी है, और बीजेपी ने शामिल हो गए है। माना जा रहा है कांग्रेस में टिकट दावेदारी को दरकिनार किए जाने से नाराजगी के बाद उन्होंने यह फैसला लिया है और कानपुर देहात की भोगनीपुर या फतेहपुर की बिंदकी विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।

दिल्ली में भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान और मुख्तार अब्बास नकवी के सामने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। इसके बाद क्षेत्र में भाजपा से जुड़े समर्थकों में खुशी की लहर है तो कांग्रेस में कद्दावर नेता का साथ छूटने से मायूसी छा गई है। अब उनका या पत्नी का फतेहपुर बिंदकी सीट या कानपुर देहात की भाेगनीपुर सीट से चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले राकेश सचान ने वर्ष 2009 में फतेहपुर सीट से समाजवादी पार्टी से लोकसभा का चुनाव जीता था। इसके बाद 2019 में टिकट ना मिलने पर नाराज होकर समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा में केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के सामने हार का सामना करना पड़ा था। समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव के कहने पर सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने राकेश सचान को 2009 में फतेहपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। राकेश सचान तभी से चर्चा में आए थे। जब उन्होंने बसपा के महेंद्र प्रसाद निषाद को कम से कम एक लाख वोटों से हराया था। इसी जीत के बाद राकेश सचान समाजवादी पार्टी के बहुत करीबी बन गए थे।

समाजवादी पार्टी क्यों छोड़ी थी

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले समाजवादी पार्टी और बसपा के बीच गठबंधन हो गया था। जिसमें फतेहपुर लोकसभा सीट बसपा के खाते में चली गई थी। जिसके कारण राकेश सचान नाराज थे, और इस बारे में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात करी थी,लेकिन उन्हें उनके द्वारा किसी प्रकार की सहानुभूति नहीं मिली थी। इस वजह से उन्होंने समाजवादी पार्टी छोड़ दी थी।

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले दल – बदल राजनीति

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों में दल – बदल राजनीति का सिलसिला लगातार चल रहा है। इसी तरह हो रहे पार्टियों में दल – बदलाव ने आने वाले चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है। बता दे कि, उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद राकेश सचान ने पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए है। राकेश सचान ने 2019 में लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस पार्टी शामिल में शामिल हुए थे। कांग्रेस पार्टी की टिकट मिलने पर उन्होंने फतेहपुर से लोकसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन बीजेपी की साध्वी निरंजन ज्योति ने वहा से जीत हासिल की थी और राकेश सचान को हार का सामना करना पड़ा था। सूत्रों की माने तो वो अपनी पत्नी के लिए बीजेपी से विधानसभा चुनाव की टिकट मांग रहे है।

कानपुर बुंदेलखंड में चर्चा चल रही है, कि पूर्व सांसद अपनी पत्नी के लिए कानपुर देहात की भोगनीपुर सीट से विधानसभा चुनाव के टिकट मांग रहे है। सूत्रों की माने तो अगर बीजेपी से टिकट मिल जायेगा तो पूर्व सांसद राकेश सचान कांग्रेस पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो जायेंगे। बता दें कि, भोगनीपुर विधानसभा सीट से 2017 में विनोद कटियार विधायक बने थे। दरअसल यह क्षेत्र बीजेपी का गढ़ माना जाता है।