भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) की तत्काल अरेस्ट की मांग को लेकर बढ़ते विरोध प्रदर्शनों पर सत्तारूढ़ भाजपा की कथित चुप्पी के बीच महाराष्ट्र से बीजेपी सांसद प्रीतम मुंडे (Pritam Munde) ने आज कहा कि, पहलवानों की भी शिकायत का संज्ञान लिया जाना चाहिए।अधिकारी तय कर सकते हैं कि शिकायत उचित है या नहीं।
बीजेपी सांसद प्रीतम मुंडे ने बुधवार को महाराष्ट्र के बीड जिले में संवाददाताओं से कहा कि, उन्हें उम्मीद है कि वर्तमान मामले में कार्रवाई की जाएगी। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, प्रीतम मुंडे ने कहा, “मैं संसद सदस्य के रूप में नहीं, बल्कि एक महिला के रूप में कहती हूं कि अगर ऐसी शिकायत किसी महिला की ओर से आती है, तो इसका संज्ञान लिया जाना चाहिए। इसे सत्यापित किया जाना चाहिए। मामले में सत्यापन के बाद, अधिकारियों को यह तय करना चाहिए कि यह उचित है या अनुचित।” उन्होंने कहा, “यदि संज्ञान नहीं लिया जाता है, तो लोकतंत्र में इसका स्वागत नहीं किया जाएगा।”
प्रीतम मुंडे ने कहा कि, महासंघ प्रमुख के खिलाफ शीर्ष वैश्विक कुश्ती निकाय, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) की जांच के परिणामों की कमी पर निराशा और 45 दिनों के भीतर इसके चुनाव नहीं होने पर भारतीय महासंघ को निलंबित करने की धमकी का हवाला देते हुए कहा कि, यह एक प्रचार स्टंट होगा। इसके साथ ही प्रीतम मुंडे ने हरियाणा के भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह ने विरोध को ‘बिल्कुल दिल तोड़ने वाला’ बताया क्योंकि हाल ही में पहलवानों ने गंगा नदी में अपने पदक विसर्जित करने की धमकी दी थी।