राजस्थान के कोटा में एक दिन में तीन छात्रों ने खुदकुशी कर ली। तीनों छात्र बिहार और मध्य प्रदेश के रहने वाले थे, और वे सभी कोटा में पढ़ रहे थे। एक ही दिन में तीन छात्रों की आत्महत्या से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पीड़ितों में से दो (JEE) इंजीनियरिंग के छात्र थे जो ट्यूशन ले रहे थे। तीसरा छात्र मेडिकल (NEET) की कोचिंग ले रहा था. अलग-अलग लोगों ने इस संभावना को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए हैं कि हो सकता है तीनों ने पढ़ाई के दबाव में आकर खुदकुशी की हो।
लेकिन अभी इस बात की कोई पुष्टि नहीं हो पाई है. कोटा पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. परिजनों और कोचिंग सेंटर वालों से भी बात की जा रही है. आत्महत्या के असल कारणों का पता लगाने की कोशिश जारी है. बता दें, आत्महत्या करने वाले छात्रों में दो बिहार के रहने वाले थे. जबकि, तीसरा छात्र मध्य प्रदेश का रहने वाला था.
पुलिस ने बताया कि दो छात्रों ने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या की. जबकि, तीसरे छात्र ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
दो साल से कर रहा था इंजीनियरिंग की पढ़ाई
पहला मामला कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के लैंडमार्क सिटी का है. यहां मध्य प्रदेश के शिवपुरी निवासी प्रणव वर्मा ने अपने रूम पर ही अज्ञात जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. उसके परिजनों के आने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया. कुन्हाड़ी पुलिस का कहना है कि प्रणव पिछले 2 वर्षों से कोटा में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था. देर रात अज्ञात जहरीला पदार्थ खा लिया. इसके बाद उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
एक ही पीजी में रहते थे छात्र
दूसरा मामला जवाहर नगर थाने के तलवंडी राधा कृष्ण मंदिर के पास का है. यहां पीजी में रहने वाले दो छात्रों ने अपने अपने कमरे में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. जानकारी मिलने पर जवान नगर थाना पुलिस पहुंची और शव फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम रूम में रखवा दिया. पुलिस ने छात्रों के परिजनों को सूचना दे दी है.
कई पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे
सिटी एसपी केसर सिंह शेखावत, डीएसपी अमर सिंह सहित पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. मृतकों के दोस्तों का कहना है कि दोनों छात्र बिहार के रहने वाले थे. कोटा में रहकर एक मेडिकल व दूसरा इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था. इनमें अंकुश यादव बिहार के सुपौल का रहने वाला था, वह NEET की पढ़ाई कर रहा था, जबकि उज्जवल बिहार के गया का निवासी था, वह JEE की तैयारी कर रहा था. दोनों 7 महीने से एक ही हॉस्टल में रह रहे थे.
12 बजे तक नहीं खुला रूम का गेट तो बुलाई पुलिस
इस मामले को लेकर जवाहर नगर थाने की पुलिस का कहना है कि उन्हें आज सुबह सूचना मिली कि अंकुश नाम के छात्र ने अंदर से लॉक लगा रखा था. 12 बजे तक कमरे से बाहर नहीं आया तो पास के रूम में रहने वाले स्टूडेंट ने हॉस्टल संचालक को जानकारी दी. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने लॉक तोड़कर शव उतारा.
शव ले जाते समय दूसरे छात्र उज्ज्वल की बहन भी हॉस्टल पहुंची. उसने भाई के रूम को नॉक किया, लेकिन उज्ज्वल ने गेट नहीं खोला. इसके बाद पुलिस ने उज्ज्वल के रूम का लॉक तोड़ा. अंदर देखा तो उज्ज्वल भी फांसी के फंदे से लटका मिला. पुलिस ने दोनों छात्रों के शव पोस्टमार्टम रूम में रख दिए हैं. परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी.