Varanasi: मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के पर्व पर गुड़ से बने सामानों को खाने की परम्परा है। ऐसे में वाराणसी की फ़िज़ा में इन दिनों गुड़ की खुशबू घुलना शुरू हो गयी है। शहर के विभिन्न इलाकों में कारीगर गुड़ से तरह-तरह के सामान बनाने में लग गए हैं। गुड़ की पट्टी, लाई-ढूंढा, दाल की पट्टी, काले तिल का लड्डू, सफ़ेद तिल और गुड़ का लड्डू, तिलकुट आदि कारीगर तेज़ी से तैयार करने में लगे हैं, तो बाज़ारों में दुकानें भी सज गयी हैं।
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर्व को लेकर घर-घर तैयारियां शुरू हो गई हैं। 15 जनवरी को होने वाले लोक आस्था के पर्व को अब केवल कुछ दिन ही बचे हैं। इसे लेकर शहर भर में जगह-जगह तिलकुट, लाई, पट्टी आदि की दूकानें सज गई हैं। दूकान पर बिकने को सजे ढूंढा, गजक, लाई- चिउड़ा और गजक सहित तरह-तरह के पट्टी की जमकर बिक्री हुई, जिससे दूकानदार गदगद दिखे।
शादीशुदा बेटियाें को शगुन के तौर पर खिचड़ी भेजने के लिए लोगों ने अपने-अपने पसंद की खाद्य सामग्री खरीदी। पिछले वर्ष की अपेक्षा गुड़/चीनी से बने खाद्य पदार्थों के दाम में 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। बावजूद इसके महंगाई का कोई खास असर बाजार में दिखाई नहीं दे रहा है।