प्रयागराज में सोमवार को सिविल लाइन में कॉफी हॉउस के पास स्थित विट्ठल होटल के कमरे में deputy CMO सुनील कुमार सिंह का शव फंदे पर लटका मिला। शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस इसे सुसाइड बता रही है। परन्तु मौके पर पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
विसरा रिपोर्ट आना बाकि
हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की बात सामने आई है। ऐसा सिर्फ फंदे से लटकने और गले पर दबाव पड़ने पर होता है। फिलहाल अभी विसरा रिपोर्ट का आना बाकि है। पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार के शव लेकर वाराणसी के लिए निकल गया।
कमरा नंबर 106 सील
मौत की खबर सुनकर डिप्टी CMO के दो भाई भी वाराणसी से आ गए। हालांकि, डिप्टी CMO ने सुसाइड क्यों किया? इस सवाल का जवाब न पुलिस के पास है और न परिवार के पास। फिलहाल, पुलिस ने होटल के कमरा नंबर – 106 को सील कर दिया है।
नहीं खाया रात का खाना
8 बजे खाना ऑर्डर किया, लेकिन खाया नहीं डॉ. सुनील रविवार शाम 3.40 बजे होटल में आकर ठहरे थे। रविवार शाम करीब 8 बजे उन्होंने खाना ऑर्डर किया। वो अमूमन, होटल के रेस्त्रां में ही खाते थे। लेकिन, इस बार उन्होंने कमरे में खाना मंगवाया। पुलिस को कमरे में खाना भी मिला। जिसे खाया नहीं गया था। ड्राइवर सतीश के मुताबिक, शाम 4 बजे के बाद डिप्टी सीएमओ कहीं नहीं गए।
छुट्टी पर गए थे घर
पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे सुनील सिंह के छोटे भाई संजीव सिंह ने बताया कि रविवार को छुट्टी पर वाराणसी घर आए थे। वहां दोपहर में पूरे परिवार ने बैठकर खाना गया। इसके बाद 2 बजे प्रयागराज के लिए निकल आए थे। संजीव सिंह ने बताया कि सबने सोमवार सुबह के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने कहा था कि कुछ जरूरी काम है।
आठ महीने पहले हुई पोस्टिंग
डॉ. सुनील मूल रूप से वाराणसी के पांडेयपुर के रहने वाले थे। वो अपनी निजी कार से वाराणसी से रोज आते-जाते थे। रविवार को उन्होंने ऐसा नहीं किया। शाम 3.40 बजे वो होटल में आकर ठहरे थे। दरअसल, 8 महीने पहले प्रयागराज में पोस्टिंग मिलने के बावजूद उन्हें सरकारी आवास नहीं मिला था। जब कुछ काम होता था तो विट्ठल होटल में रुक जाते थे। वह यहां संचारी विभाग के नोडल अधिकारी थे।
मौके पर मिले दो मोबाइल
पुलिस को कमरे से डिप्टी CMO के 2 मोबाइल फोन मिले हैं। पुलिस को इन मोबाइल से सुसाइड का सुराग मिलने की उम्मीद है। दोनों मोबाइल की जांच की जा रही है। डिप्टी CMO की पत्नी अलका सिंह ने सोमवार सुबह 8 बजे सुनील कुमार सिंह को कॉल किया, परन्तु फोन न उठने पर उन्होंने अपने ड्राइवर सतीश सिंह को कॉल किया।
नहीं खुला दरवाजा
ड्राइवर ने दरवाजा खटखटाया दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार आवाज लगाने के बाद उसने होटल स्टाफ को बताया। गेट के ऊपर बने रोशनदान से झांकने पर फंदे पर लटकते हुए deputy CMO दिखाई दिए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के CMO और पुलिस को जानकारी दी गई।
सहकर्मियों से उधार मांगने की बात
DCP सिटी दीपक भूकर का कहना है कि प्रथम दृष्टया सुसाइड का ही मामला सामने आ रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और छानबीन के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के उनके सहकर्मी हत्या की भी आशंका जता रहे हैं। विभाग में चर्चा है कि deputy CMO अपने सहकर्मियों से रुपए उधार मांग रहे थे। विभाग में किसने कितने रुपए दिए, इसको लेकर अलग-अलग बातें चल रही हैं। उन्होंने क्यों रुपए मांगे, इस बारे में कोई कुछ बता नहीं पा रहा है।
भाई लड़ चुका एमएलसी का चुनाव
डिप्टी सीएमओ की पत्नी अलका सिंह भी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। डॉक्टर 4 भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। उनके सबसे बड़े भाई नागेश्वर सिंह एमएलसी का चुनाव लड़ चुके हैं। उनके पिता स्व. घनश्याम सिंह वाराणसी के यूपी कॉलेज में प्रोफेसर भी थे।
कई दिनों से था परेशान
सहकर्मियों के मुताबिक, वो खुश मिजाज थे। काम का कोई दबाव भी नहीं था । उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी मजबूत है। वो अपनी फार्च्यूनर कार से ही चलते थे। ऐसा पहली बार था कि वो रविवार को इस होटल में ठहरने आए। हालांकि, कुछ दिनों से परेशान दिख रहे थे।
लोगो को किया कॉल
कुछ लोगों ने बताया कि वह देर रात तक जाग रहे थे। कई लोगों को कॉल भी की। विभाग में चर्चा है कि डिप्टी सीएमओ अपने सहकर्मियों से रुपए उधार मांग रहे थे। विभाग में किसने कितने रुपए दिए, इसको लेकर अलग-अलग बातें चल रही हैं। उन्होंने क्यों रुपए मांगे, इस बारे में कोई कुछ बता नहीं पा रहा है।