Prayagraj: नैनी थाना क्षेत्र के अरैल पक्के घाट पर संगम में स्नान करते समय डूब रहे छोटे भाई और दोस्त को बचाने के चक्कर में नौवीं कक्षा का एक छात्र गहरे पानी में चले जाने से डूब गया। उसकी तलाश में जल पुलिस और गोताखोरों की टीम लगाई गई, लेकिन हादसा शाम के समय हुआ। जिसकी वजह से अंधेरा होने पर छात्र का कुछ पता नहीं चल पाया। बेटे के डूबने से परिवार में मातम छा गया है।
गंगा स्नान के लिए गया था परिवार
यमुनानगर के नैनी कोतवाली अंतर्गत चक रघुनाथ राम मंदिर के पीछे रहने वाले रमेश चंद्र गुप्ता का खुद का व्यवसाय है। रमेश के तीन बेटे और दो बेटियां हैं। जिसमें बड़ा बेटा उज्जवल गुप्ता (17) सेंट जॉन एकेडमी रामपुर औद्योगिक क्षेत्र में नौवीं कक्षा का छात्र था। गंगा दशहरा पर रमेश चंद्र गुप्ता अपनी पत्नी गुड़िया देवी, बेटे उज्जवल गुप्ता, लल्ला गुप्ता, बेटी बिट्टू और छोटी के अलावा अन्य परिवार के लोगों के साथ मंगलवार की शाम संगम स्नान के लिए अरैल पक्का घाट गए थे।
बैरिकेडिंग को पकड़कर बच गए दोनों
उज्जवल ने अपने कुछ दोस्तों को भी संगम स्नान करने के लिए बुला लिया था। सभी लोग संगम में डुबकी लगा रहे थे। उज्जवल अपने दोस्तों और भाई के साथ पानी में अठखेलियां कर रहा था। इसी दौरान उसका छोटा भाई लल्ला और दोस्त हर्ष गहरे पानी में जाने की वजह से डूबने लगे। दोनों को डूबता देख लोगों ने शोर मचाया तो उज्जवल दोनों को बचाने दौड़ा। लल्ला और हर्ष गहरे पानी के लिए लगाई गई बैरिकेडिंग को पकड़ लिए, जिससे वह दोनों तो बच गए, लेकिन उज्जवल डूब गया।
अँधेरा होने से नहीं मिला छात्र
उज्जवल को डूबते देख मां बहन और पिता के साथ साथ परिवार के लोग चीखने चिल्लाने लगे। पुलिस को सूचना दी गई। गोताखोरों को बुलाया गया। जल पुलिस की टीम पहुंची। गोताखोरों ने उसे खोजने की कोशिश भी की, लेकिन इतना अंधेरा हो गया था कि पानी में खोज पाना मुश्किल हो रहा था। मौके पर पहुंचे नैनी के अतिरिक्त इंस्पेक्टर मोहम्मद अली ने परिवार को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया और आश्वस्त किया कि भोर में गोताखोर और जल पुलिस की टीम लगाकर संगम में डूबे उज्जवल की खोजबीन कराई जाएगी।