Pravasi Bharatiya Divas: प्रवेश ना मिलने के कारण भड़के एनआरआई

प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में एनआरआई की भीड़ देखते हुए| उनके प्रवेश पर लगायी रोक|

0
89

प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bharatiya Divas) सम्मेलन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से पहले ही लोगो के बीच जमकर हड़कंप मच गया| एनआरआई की घमासान भीड़ को देखते हुए आगमन रोक दिया गया। उनसे कहा गया कि, वो हॉल में मौजूद मेगा स्क्रीन पर कार्यक्रम को देखें।

इससे एनआरआई गुस्से में आ गए। और बोलने लगे इतने रूपए खर्च किये है। अब टेलीविज़न पर कार्यक्रम देखे| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस विवाद के लिए स्टेज से क्षमा मांगी| मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘माफ़ी चाहता हूँ हॉल छोटा पड़ गया है, लेकिन दिल छोटा नहीं है| इंदौर ने ना सिर्फ अपना दिल बल्कि घरों के दरवाजे भी प्रवासी भारतीयों के लिए खोल दिए हैं।’

मेगा स्क्रीन पर कार्यक्रम देखने की बात सुन भड़क उठे एनआरआई

दरअसल, सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 70 देशों से 3500 से अधिक प्रतिनिधियों के पहुंचने की बात हो रही है। हकीकत यह है कि सम्मेलन के लिए रजिस्ट्रेशन पांच हजार से अधिक हुए हैं। आयोजकों के अनुसार ब्रिलियंट कन्वेंशन हॉल की क्षमता अधिकतम 2000 सीटों की है। अंतिम समय में केंद्र सरकार ने रजिस्ट्रेशन ओपन कर दिए थे।

इस कारन से कई एनआरआई परेशान हुए। ओपन रजिस्ट्रेशन होने के कारण पांच हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन हो गए। कई एनआरआई को दरवाज़े के बाहर खड़े रहना पड़ा। स्थिति बिगड़ती देख बड़ी संख्या में एनआरआई को महाकाल और अन्य जगह पर्यटन के लिए भेजा गया है। वहीं, इस घमासान भीड़ देखने के बाद उनसे मेगा स्क्रीन पर कार्यक्रम देखने के लिए बोला गया|

आयोजन स्थल ब्रिलियंट कन्वेंशन हॉल में क्षमता से अधिक एनआरआई पहुंचने की कारण आयोजकों को प्रवेश रोकना पड़ा। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से पहले सुरक्षा इंतजामों का भी प्रश्न था। इससे एनआरआई भड़क गए। उन्होंने काफी दिन पहले रजिस्ट्रेशन करा रखा था। उन्हें कहा जा रहा है कि, वे सम्मेलन हॉल के बाहर मेगा स्क्रीन पर कार्यक्रम को देखे|

यह बात सुनाने के बाद एनआरआई भड़क गए और मीडिया के सामने अपना गुस्सा उतारते दिखे। एक एनआरआई ने कहा कि हम लाखों रुपये खर्च कर यहां पहुंचे हैं और यहां कहा जा रहा है कि बड़ी स्क्रीन पर देखिये। यह बेहद शर्मनाक है।ये कार्यक्रम हम टेलीविज़न पर घर बैठे देख लेते| इतने लाखों रुपये खर्च करने का क्या फायदा? वहीं, एनआरआई के हंगामे के बाद मीडिया को भी कुछ देर के लिए बाहर निकाल दिया गया।

एनआरआई ने मीडिया के सामने निकाला अपना गुस्सा

एनआरआई के हड़कंप मचने के बाद आयोजकों ने कुछ समय के लिए मीडिया को भी वहां से बाहर किया। इतना ही नहीं देर से पहुंचने के कारण कुछ मीडियाकर्मियों को भी प्रवेश नहीं दिया गया। उन्हें भी सुरक्षाकर्मियों से बहस करते देखा गया। बाद में कुछ एनआरआई प्रतिनिधियों और दिल्ली से आए मीडिया को कन्वेंशन हॉल में प्रवेश दिया गया। तब तक काफी समय तक वह हंगामा होता रहा|

वहीं, इस हंगामे को देख राज्य सरकार के अधिकारियों ने इसके लिए सेंट्रल गवर्नमेंट को जिम्मेदार बताया है। राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि, केंद्र सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया दिल्ली से ओपन कर दिया। इससे पांच हजार से अधिक एनआरआई ने प्रधानमंत्री को सुनने के लिए रजिस्ट्रेशन करा लिया। इसमें राज्य सरकार का किसी भी तरह से काम नहीं बचा। अधिकारी इस मामले पर बयान देने से बच रहे हैं।