राजस्थान (Rajasthan) में इसी वर्ष नवंबर-दिसंबर (November-December) महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज राजस्थान (Rajasthan) की यात्रा पर जाने वाले हैं, जहां वो कई परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इस बीच राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने लंबा-चौड़ा ट्वीट करते हुए आरोप लगाया है कि उनके भाषण को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा हटा दिया गया है।
ऐसे में मैं प्रधानमंत्री का स्वागत भाषण के माध्यम से नहीं करूंगा। मैं राजस्थान में आपका स्वागत तहेदिल से करता हूं। उन्होंने ट्वीट करते लिखा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सीकर के दौरे पर पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी सीकर के मेडिकल कॉलेज के सामने आयोजित हो रहे कार्यक्रम से किसान सम्मान निधि की चौथी किस्त किसानों के लिए जारी करेंगे। इसके साथ ही वह आम जनसभा को भी संबोधित करेंगे। कार्यक्रम को लेकर बीजेपी की तरफ से सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और फाइनल रिहर्सल भी किया जा चुका है।
अशोक गहलोत ने पीएम को किया ट्वीट
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, आज आप राजस्थान पधार रहे हैं। आपके कार्यालय PMO ने मेरा पूर्व निर्धारित 3 मिनट का संबोधन कार्यक्रम से हटा दिया है इसलिए मैं आपका भाषण के माध्यम से स्वागत नहीं कर सकूंगा अतः मैं इस ट्वीट के माध्यम से आपका राजस्थान में तहेदिल से स्वागत करता हूं।
उन्होंने आगे लिखा, आज हो रहे 12 मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण और शिलान्यास राजस्थान सरकार व केन्द्र की भागीदारी का परिणाम है। इन मेडिकल कॉलेजों की परियोजना लागत 3,689 करोड़ रुपये है जिसमें 2,213 करोड़ केन्द्र का और 1,476 करोड़ राज्य सरकार का अंशदान है। मैं राज्य सरकार की ओर से भी सभी को बधाई देता हूं।
मैं इस कार्यक्रम में अपने भाषण के माध्यम से जो मांग रखता वो इस ट्वीट के माध्यम से रख रहा हूं। आशा करता हूं 6 महीने में की जा रही इस सातवीं यात्रा के दौरान आप इन्हें पूरी करेंगे-
- राजस्थान खासकर शेखावटी के युवाओं की मांग पर अग्निवीर स्कीम को वापस लेकर सेना में परमानेंट भर्ती पूर्ववत जारी रखी जाए।
- राज्य सरकार ने अपने अंतर्गत आने वाले सभी को-ऑपरेटिव बैंकों से 21 लाख किसानों के 15,000 करोड़ रुपये के कर्जमाफ किए हैं। हमने केन्द्र सरकार को राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जमाफ करने के लिए वन टाइम सेटलमेंट का प्रस्ताव भेजा है जिसमें किसानों का हिस्सा हम देंगे। इस मांग को पूरा किया जाए।
- राजस्थान विधानसभा ने जातिगत जनगणना के लिए संकल्प पारित कर भेजा है। केन्द्र सरकार इस पर अविलंब निर्णय ले।
- NMC की गाइडलाइंस के कारण हमारे तीन जिलों में खोले जा रहे मेडिकल कॉलेजों में केन्द्र सरकार से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है। ये पूरी तरह स्टेट फंडिंग से बन रहे हैं। इन आदिवासी बाहुल्य तीनों जिलों के मेडिकल कॉलेजों में भी केन्द्र सरकार 60% की फंडिंग दे।
- पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का दर्जा दिया जाए। मेरा आपसे निवेदन है कि आप इन मांगों पर आज सकारात्मक रुख अपनाकर प्रदेश वादियों को आश्वस्त करें।
अशोक गहलोत द्वारा दिए गए बयान के मद्देनजर सरकारी सूत्रों का कहना है कि सीकर में 2 अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। एक आयोजन सरकारी है और दूसरा पार्टी इवेंट है। सरकारी कार्यक्रम इसलिए आयोजित किया जा रहा है ताकि अशोक गहलोत इसमें भाग ले सके। हालांकि वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीकर के कार्यक्रम में शामिल होना चाहते थे। लेकिन यह सामान्य प्रोटोकॉल के अनुसार नहीं है। यहां तक कि लोकार्पण शिलाओं पर भी अशोक गहलोत का नाम है।