पीएम नरेंद्र मोदी आज करेंगे ‘Pariksha Pe Charcha’, इतने लोगो ने कराया पंजीकरण

इस वर्ष ‘परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम 29 जनवरी को ‘भारत मंडपम' में आयोजित किया जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री देश और विदेश के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के ‘परीक्षा पे चर्चा’ (Pariksha Pe Charcha) कार्यक्रम के सातवें संस्करण के लिए अब तक एक करोड़ से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि पिछले साल यह आंकड़ा 38.8 लाख था। इस वर्ष ‘परीक्षा पे चर्चा’ (पीपीसी) कार्यक्रम 29 जनवरी को ‘भारत मंडपम’ में आयोजित किया जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री देश और विदेश के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे।

प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से दो विद्यार्थियों एवं एक शिक्षक और कला उत्सव तथा वीर गाथा प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य कार्यक्रम के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जा सकता है। ‘माइगव’ पोर्टल पर उनके प्रश्नों के आधार पर लगभग 2,050 प्रतिभागियों का चयन किया जायेगा और उन्हें एक विशेष ‘परीक्षा पे चर्चा’ किट प्रदान की जाएगी।

शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पीपीसी को लेकर देशभर में छात्रों के बीच व्यापक उत्साह देखा जा रहा है। पहला पीपीसी 2018 में आयोजित किया गया था, जहां 22,000 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया था और पिछले साल यह संख्या बढ़कर 38 लाख से अधिक हो गई थी। अधिकारी ने कहा, ‘इस वर्ष, कार्यक्रम 29 जनवरी को पूर्वाह्न 11 बजे से भारत मंडपम, आईटीपीओ, प्रगति मैदान में आयोजित किया जाएगा।

कार्यक्रम में लगभग 4,000 प्रतिभागी प्रधानमंत्री से बातचीत करेंगे। उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक 90 लाख से अधिक विद्यार्थियों, आठ लाख से अधिक शिक्षकों और लगभग दो लाख अभिभावक पंजीकरण करा चुके हैं।

छात्रों के साथ वार्षिक ‘परीक्षा पे चर्चा’ से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि यह शिक्षा और परीक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने का बहुत अच्छा माध्यम बनकर उभरा। आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 109वीं और इस साल की पहली कड़ी में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस वर्ष 2.25 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों ने कार्यक्रम के लिए पंजीकरण किया है। जबकि 2018 में जब यह कार्यक्रम पहली बार आयोजित किया गया था, उस वक्त यह संख्या केवल 22,000 थी।

उन्होंने आगे कहा कि, ‘परीक्षा पे चर्चा का यह सातवां संस्करण होगा। यह एक ऐसा कार्यक्रम है, जिसका मैं हमेशा इंतजार करता हूं। इससे मुझे छात्रों के साथ बातचीत करने का मौका मिलता है और मैं उनके परीक्षा सबंधी तनाव को कम करने का भी प्रयास करता हूं।’