सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में मंत्रिपरिषद की बैठक होगी और वे संभावित कैबिनेट बदलाव पर चर्चा करेंगे। इससे पहले उनकी सत्तारूढ़ बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बागी नेता प्रफुल्ल पटेल, जो अजित पवार के पक्ष में थे, अफवाह है कि वे संघीय स्तर पर मंत्री बनने की कतार में हैं। प्रगति मैदान में नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर, जो सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा
महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को आए सियासी भूचाल और गृह मंत्री अमित शाह तथा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं की लगातार बैठकों से इन अटकलों को बल मिला है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में शीघ्र फेरबदल हो सकता है। मोदी (PM Modi) ने 28 जून को शाह और नड्डा के साथ बैठक की थी। संगठन और राजनीतिक परिस्थितियों का जायजा लेने के लिए शाह और नड्डा इससे पहले अन्य नेताओं के साथ बैठकें कर चुके हैं।
शरद पवार को छोड़कर उनके भतीजे अजित पवार से हाथ मिलाने वाले एनसीपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल पटेल को मंत्री पद के संभावित दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी केंद्र में मंत्री बनाए जाने की संभावना है। भाजपा के नेता लगातार संकेत देते रहे हैं कि जब भी मोदी अपने मंत्रिपरिषद में बदलाव का फैसला करेंगे तो सहयोगियों को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।
चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल में होगा फेरबदल
एक चर्चा यह भी है कि 20 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र से पहले की अवधि मंत्रिमंडल में फेरबदल का आखिरी मौका हो सकता है। कैबिनेट में कोई भी फेरबदल आगामी विधानसभा चुनावों पर भी असर डालेगा। भाजपा इस साल होने वाले कई राज्यों के चुनावों के लिए जोरदार तैयारी कर रही है। दूसरी तरफ, कर्नाटक में बड़ी जीत के बाद कांग्रेस का मनोबल बढ़ा हुआ दिख रहा है। इस साल के अंत में राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने हैं। पहले तीन राज्यों में कांग्रेस और भाजपा मुख्य रूप से आमने-सामने होंगी।