UP: मेरठ (Meerut) में 10 मई को क्रांति दिवस के अवसर पर इस बार मेरठ (Meerut) में एक विशेष आयोजन होने वाला है। आशंका है की इस बार क्रांति दिवस के अवसर पर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मेरठ दौरा हो सकता है। इस विशेष आयोजन को लेकर मेरठ कैंट बोर्ड ने तैयारियाँ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है की इस विशेष आयोजन की शुरुआत कैंट क्षेत्र की सड़को के कायाकल्प से होगी।
केंद्र द्वारा ग्रांटेड 16 करोड़ रुपयों से बदलेगी कैंट की सूरत
मेरठ (Meerut) छावनी क्षेत्र में 10 मई क्रांति दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन प्रस्तावित है। इसके लिए केंद्र द्वारा ग्रांट किये गए 16 करोड़ रुपयों से कैंट क्षेत्र की मुख्य सड़को का निर्माण होगा, साथ ही सड़क मरम्मत, फुटपॉथ, रिफलेक्टर, स्ट्रीट लाइट आदि के कार्य भी किये जायेंगे। इसके लिए बोर्ड ने सहमति प्रदान कर दी है। छावनी की सड़कों पर आवारा पशुओं को घूमने से भी रोकने के लिए कैटल पाउंड का भी निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही भैसाली ग्राउंड की दीवार के साथ साथ 40 दुकानों का निर्माण किया जाएगा। यह निर्णय छावनी परिषद की बोर्ड बैठक में लिया गया।
बोर्ड बैठक में सुधार को रखे गए विभिन्न प्रस्ताव
बैठक की अध्यक्षता बोर्ड अध्यक्ष बिग्रेडियर राजीव कुमार ने की। बैठक में जब सीएबी स्कूल में पार्किंग शुल्क का मामला उठा तो बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि बच्चों से पार्किंग शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए। एक बार फिर शराब की दुकान खोलने के लिए अनुमति मांगी गई, जिसे बोर्ड अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया। बैठक में तय हुआ कि आबूलेन मंगल पांडेय बाजार में गड्ढा मार्केट के व्यापारियों के लिए 51 दुकानें बनाई जानी चाहिए। वेस्ट एंड रोड पर छावनी पुस्तकालय के परिसर में शॉपिंग सेंटर भी बनाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई। बैठक में बताया कि छावनी में 11 सड़कों का निर्माण हो चुका है। सीईओ ज्योति कुमार ने सभी प्रस्तावों को उठाया।
सड़क निर्माण को बोर्ड ने दी हरी झंडी
16 करोड़ की रकम से कैंट क्षेत्र की प्रमुख सड़के मॉल रोड, सप्लाई डिपो के पास डेयरी फार्म रोड, रेस कोर्स रोड सहित सदर की सड़कों का निर्माण कराने के लिए बोर्ड ने अपनी मंजूरी दे दी है। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि कंपनी गार्डन चौराहे पर जाम रहता है। ऐसे में रुड़की रोड से मॉल रोड की तरफ स्लिप रोड का निर्माण किया जाए। ऐसे में रुड़की रोड से आने वाले वाहन सीधा स्लिप रोड से मॉल रोड पर चले जाएंगे। उन्हें चौराहा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी।इसके साथ ही कैंट क्षेत्र में आवारा पशुओ को पकड़कर उन्हें पशु कारगार में लाया जायेगा और उनकी देखभाल की व्यवस्था की जाएगी। पशु पालको के आने पर दंड शुल्क देकर ही वो अपने पशु ले जा सकेंगे।