गीताप्रेस गोरखपुर (Geetapress Gorakhpur) के शताब्दी कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि इस बार का मेरा गोरखपुर का दौरा विकास भी-विरासत भी की नीति का अद्भुत उदाहरण है। गीताप्रेस (Geetapres) के इस कार्यक्रम के बाद मैं गोरखपुर रेलवे स्टेशन जाऊंगा। आज से ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण का काम भी शुरू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि गीताप्रेस से गांधीजी का बेहद ही करीबी जुड़ाव है। उन्होंने कहा कि गीताप्रेस को गांधी शांति सम्मान मिलना इसकी विरासत का सम्मान है।
कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले का समय था जब विभिन्न क्षेत्रों के सांसद और विधायक कहते थे कि इस ट्रेन का इस स्टेशन पर स्टॉपेज करवा दीजिये, लेकिन अब समय बदला चुका है। अब सांसद और विधायक कहते हैं कि हमारे क्षेत्र से भी वंदे भारत ट्रेन चलवा दीजिए। आज देश के कोने-कोने से नेता मुझे चिट्ठियां लिखकर कहते हैं कि हमारे क्षेत्र से भी वंदे भारत ट्रेन चलाइए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि गीता प्रेस विश्व का ऐसा एकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ एक संस्था नहीं बल्कि एक जीवंत आस्था है। गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों लोगों के लिए किसी मंदिर से जरा भी कम नहीं है। उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले विदेशी आक्रांताओं ने हमारे इतिहास, विरासत और धर्मग्रंथों में आग लगा दी। वो चाहते थे कि हम अपनी विरासत को भुला दें लेकिन गीताप्रेस ने ऐसा होने नहीं दिया। इस संस्था ने हमारी विरासत को संभाला और घर-घर पहुंचाया।