यूपी के पीलीभीत (Pilibhit) में पुलिस के द्वारा डकैती की घटना का खुलासा न किए जाने को लेकर एक व्यापारी दुकानदार काफी परेशान होता हुआ दिखाई दिया उसने फैसला किया कि वह अपना जिला छोड़कर चला जाएगा।
पुलिस डकैती की घटना का नहीं कर सकी खुलासा
पीलीभीत (Pilibhit) जनपद की पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव रम्पुरा तालुके महाराजपुर बंडा हाइवे पर सुनील गुप्ता के मकान के नीचे किराने की दुकान है। जहां बीती 30 जनवरी की देर शाम कार सवार पांच बदमाशों ने गन प्वाइंट पर लेकर किराना व्यापारी को घर के अंदर ले गए। इसके बाद पत्नी साधना, पुत्री उन्नति, पुत्र अभिनव व आयु को गन प्वाइंट पर लेकर डकैती की घटना को अंजाम दिया था। बदमाश लाखों की नगदी और जेवर लूटकर ले गए थे। और शिकायत करने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देकर गए थे जिसको लेकर किराना व्यापारी के परिवार में दहशत का माहौल है। बही घटना के 20 दिन बाद भी पुलिस बदमाशों की तलाश नहीं कर सकी।
दुकानदार को समझाने पहुंचा व्यापार मंडल
व्यापारी के साथ घटी घटना को लेकर व्यापारी व उसका परिवार खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे है। किराना व्यापारी सुनील गुप्ता ने व्यापारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान बताया कि वह अपना सब कुछ यहां से बेचकर सिर्फ जिला नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश छोड़कर पलायन करने की तैयारी कर रहा है। जानकरी लगने पर व्यापार मंडल ने किराना व्यापारी सुनील गुप्ता को समझाने का प्रयास किया। पलायन की जानकारी लगने पर कोतवाल प्रवीण कुमार भी पहुंचे उन्होंने व्यापार मंडल और व्यापारी के परिवार को समझाने का प्रयास किया। व्यापारी की पत्नी ने कहा शाम आठ बजे जब बदमाश घर में घुसकर डकैती की घटना को अंजाम दे सकते है। तो जान से मारने की दी धमकी को कैसे भूल जाए। इस दौरान नगरपालिका अध्यक्ष शैलेंद्र गुप्ता व व्यापार मंडल ने व्यापारी व उसके परिवार के लोगों को समझाने का काफी प्रयास कर रहे। पर घटना को लेकर किराना व्यापारी का परिवार अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। इसी को लेकर व्यापारी का परिवार पलायन करने पर मजबूर है।