Holika Dahan की पूजा के इन नियमों का रखें खास ध्यान

होली से ठीक एक दिन पहले रात के समय होलिका दहन किया जाता है और इसकी पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त करने से जीवन की हर कठिनाइयों से छुटकारा मिलता है।

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होली का त्योहार आने वाला है, जिसकी तैयारियों में लोग खूब जोरो -शोरो से लगे हुए है। वही होली के ठीक एक दिन पहले होलिका दहन की पूजा होती है। पौराणिक मान्यता के मुताबिक, होलिका दहन के दिन असुरराज हिरण्यकशिपु की बहन होलिका अग्नि में जल गईं थीं और इस वजह से होलिका दहन की पूजा को असुरी शक्तियों के अंत का प्रतीक माना जाता है। अर्थात यह दिन नकारात्मक ऊर्जा के अंत को संबोधित करता है। होली से ठीक एक दिन पहले रात के समय होलिका दहन किया जाता है और इसकी पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त करने से जीवन की हर कठिनाइयों से छुटकारा मिलता है।

इस बार हिंदू पंचांग के मुताबिक, होलिका दहन 24 मार्च 2024 को किया जाएगा। आइए जानते हैं पूजा पद्धित के अनुसार होलिका दहन के समय कौन से नियम हैं। जिनका पालन करना चाहिए जिससे इस पूजन का पूरा लाभ मिल सके और घर में धन-संपदा बरकरार रहे।

होलिका दहन की पूजा के नियम

  • यदि आप होलिका दहन कर रहे हैं तो शुभ मुहूर्त के समय ही होलिका की अग्नि को प्रज्जवलित करें।
  • पूजा पद्धति के अनुसार होलिका दहन में गूलर या फिर अरंड़ी की लकड़ियों का प्रयोग करना चाहिए, इसमें शमी, नीम, आम, पीपल आदि लकड़ियों का प्रयोग न करें वरना दोष लगेगा।
  • मान्यता है कि नवविवाहित दुलहन को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए, उनको विवाह के बाद पहली होली अपने मायके में मनानी चाहिए।
  • होलिका दहन के दिन पैसों की लेन देन नहीं करनी चाहिए,मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में आर्थिक संकट से गुजरना पड़ सकता है।
  • पूजा पद्धति के अनुसार होलिका दहन की 7 बार परिक्रमा करना चाहिए, 7 परिक्रमा करने से जीवन में धन-धान्य समेत समस्त सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार होलिका दहन की पूजा करने के बाद उसकी राख को घर के दक्षिण पूर्व दिशा की ओर लाल रंग के कपड़े से बांध कर रखने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
  • होलिका दहन की पूजा में गाय के गोबर से बने उपलों को अग्नि में अवश्य प्रज्जवलित करें, अन्यथा होलिका दहन की पूजा अधूरी मानी जाती है और उसका फल भी प्राप्त नहीं होता है।
  • वहीं वास्तु शास्त्र की मानें तो होलिका दहन की राख को घर की तिजोरी या पर्स में रखने से कंगाली नहीं आती है, क्योंकि होलिका की राख पवित्र होती है और मां लक्ष्मी उस स्थान पर सदैव विराजती हैं।

जाने कब है शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 24 मार्च 2024 दिन रविवार को रात 11 बजकर 13 मिनट से लेकर अगले दिन 25 मार्च 2024 को देर रात 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। होलिका दहन की पूजा के लिए कुल समय 1 घंटा 14 मिनट तक के लिए मिलेगा। इस दौरान आप होलिका दहन की पूजा मुहूर्त के अंतराल में कर सकते हैं।

अस्वीकरण: यहाँ दी गयी सभी जानकारिया धार्मिक आस्था व लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। 9News Hindi एक भी बात की सच्चाई का प्रमाण नहीं देता है।