कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी को दो साल की सजा मिलने के बाद पार्टी के नेताओ के बीच काफी हंगामा मचा हुआ है। वही अब इस मुद्दे पर पार्टी की अगुआई में 14 विपक्षी दल विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला है। कांग्रेस ने राष्ट्रपति से मिलने के लिए समय मांगा है। जहाँ आज शाम को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) पार्टी की हाईलेवल बैठक करेंगे।
सत्तारूढ़ महागठबंधन के नेताओं ने राहुल गांधी के समर्थन में निकाला मार्च
वही, 14 विपक्षी दल शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जहाँ दलों का आरोप है कि सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का उपयोग कर विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रही है। वही, इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट 5 अप्रैल को सुनवाई करेगी।
बिहार विधानसभा के परिसर में भी सत्तारूढ़ महागठबंधन के नेताओं ने शुक्रवार को राहुल गांधी के समर्थन में एक मार्च निकाला है। उन्होंने ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’, ‘फासीवाद हो बर्बाद’ और ‘राहुल गांधी डरो मत’ के पोस्टर के साथ केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए। वही, कई पार्टियाँ राहुल गाँधी के समर्थन में मैदान में उतर चुकी है।

जनता का पैसा निकालकर ऋण दिया गया: खरगे
बता दे कि, कांग्रेस कार्यालय के बाहर राहुल गांधी की सजा के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गयी है। जहाँ कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए विजय चौक पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। वही, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि, “जनता का पैसा निकालकर ऋण दिया गया। उनका (अडानी समूह) की संपत्ति की कोई जानकारी नहीं ली गई। आज एलआईसी कमजोर हो रहा है, बैंक कमजोर हो रहे हैं। इस पर हम जेपीसी चाहते हैं, लेकिन सरकार सुनना नहीं चाहती।”
ऐसे ही चलता रहा तो इस देश में एक दिन तानाशाही आ जाएगी: मल्लिकार्जुन
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा कि, “राहुल गांधी सच बोल रहे हैं, उन्होंने संसद में अडानी से संबंधित मुद्दा रखा। क्या ये गलत है। आज राहुल गांधी को बोलने नहीं दिया जा रहा। लोकतंत्र को खत्म करने का काम किया जा रहा है। ऐसे ही चलता रहा तो इस देश में एक दिन तानाशाही आ जाएगी।” वही, लोकसभा की कार्यवाही 27 मार्च सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी है।
इन्हें माफी मांगने का समय दिया पर इन्होंने घमंड दिखाया:अर्जुन राम
वही दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने कहा कि, “जब अदालत का फैसला कांग्रेस के पक्ष में आता है तो ये अदालत की तारीफ करते हैं। अदालत का फैसला विरोध में आता है तो आलोचना करने लग जाते हैं। कोर्ट ने इन्हें माफी मांगने का समय दिया पर इन्होंने घमंड दिखाया।”