ओडिशा में हुए ट्रैन हादसे के बाद चीफ सेक्रेट्री प्रदीप जेना (Pradeep Jena) ने कहा, इस दुर्घटना में तीन ट्रेनें शामिल हैं। इनमें दो यात्री ट्रेनें हैं और एक मालगाड़ी है। इस हादसे में अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और करीब 900 लोग जख्मी हुए हैं। राहत और बचाव के लिए 60 एंबुलेंस और दो दर्जन से अधिक बसें घटनास्थल पर भेजी गई हैं। तीन एनडीआरएफ की टीमें, चार ओडिशा डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की टीमें भेजी गई हैं। फायर सर्विस की 20 से अधिक टीमें भेजी गई हैं।
उन्होंने (Pradeep Jena) कहा कि, लगभग 500 से 600 पुलिस अधिकारी और बचाव दल के सदस्य काम में जुटे हैं। 44 डॉक्टर मौके पर पहुंच गए हैं और दो मेडिकल कॉलेजों में घायलों को भर्ती किया जा रहा है। तीन जिला मुख्यालय के अस्पतालों में भी घायलों को भर्ती किया जा रहा है। इसके अलावा बालासोर और भद्रक के कई अन्य छोटे अस्पतालों, निजी अस्पताल भी घायलों का उपचार करने के लिए तैयार हैं।
हादसे में मृतकों की संख्या को लेकर किए गए सवाल पर प्रदीप जेना (Pradeep Jena) ने कहा कि, हम मीडिया से ही सुन रहे हैं। चूंकि सभी रेस्क्यू ऑपरेशन में व्यस्त हैं, इसलिए मुझे नंबर (मृतकों की संख्या) नहीं मिल रही है, लेकिन हमारे मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अभी स्टेट कॉन्फ्रेंस रूम में आकर हालात की समीक्षा करने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि, 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, 12864 यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन के अलावा तीसरी गुड्स ट्रेन भी इस हादसे में शामिल थी। यानी दो नहीं, बल्कि तीन ट्रेनें हादसे की शिकार हुई हैं।
ओडिशा के बालासोर जिले में बहानागा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार की शाम को यात्री ट्रेन कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां पटरी से उतर गईं। इसी बीच उसके पास की पटरी से गुजरते हुए यशवंतपुर से हावड़ा जा रही एक्सप्रेस ट्रेन उतरी हुई बोगियों से बाजू से टकरा गई। राहत और बचाव दल दुर्घटना स्थल पर मौजूद हैं। घायल हुए कुछ यात्रियों को बालासोर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। मेडिकल कॉलेज और बालासोर के आसपास के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।
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