शनिवार से इजराइल में फंसी नुसरत भरूचा (Nusrat Bharucha) सोमवार को सुरक्षित मुंबई (Mumbai) वापस लौट आई। आपको बता दे कि अभिनेत्री ने हाइफ़ा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2023 (Haifa International Film Festival 2023) में भाग लेने के लिए इज़राइल के लिए उड़ान भरी थी। उनकी फिल्म, अकेली (film Akeli), वहां प्रदर्शित की गई थी।
बॉलीवुड एक्ट्रेस नुसरत भरूचा (Nushrat Bharucha) हाल ही में इजराइल (Israel War) में जारी युद्ध के भयानक हालात देखकर आई हैं। हाइफ़ा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2023 (Haifa International Film Festival 2023) में भाग लेने के दौरान वो इजराइल में फंस गई थीं। जहां से भारतीय दूतावास की मदद से वह भारत सुरक्षित आई। एउन्हें मुंबई एयरपोर्ट पर देखा गया। पापराज़ी के समुद्र के बीच से गुजरते समय अभिनेत्री तनावग्रस्त और चिंतित दिखाई दी। वहीं, अब जाकर नुसरत ने अपने सोशल अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है और बताया है कि उन्होंने इजराइल में किन हालातों का सामना किया। अभिनेत्री द्वारा कही गयी बातें अब तक आपने सिर्फ फिल्मों में ही देखीं होगी।
जैसा कि सब जानते है कि हमास ने इजराइल (Israel) पर हमला कर दिया है और इस दौरान इजराइल से कई डरावने वीडियोज सामने आ रहे हैं। इजराइल में लगभग 18 हजार भारतीय फॅसे हुए हैं। इस युद्ध के बीच अभिनेत्री नुसरत भरूचा भी इजराइल में फंस गई थीं, हालांकि अब वो सुरक्षित भारत लौट आई हैं। नुसरत ने सकुशल वापस आने के बाद आज एक वीडियो शेयर किया है। अभिनेत्री ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक विडिओ शेयर किया है जिसमे वे अपने फिक्रमंद और उनके लिए दुआ करने वाले लोगों का शुक्रिया कर रही हैं। इस वीडियो में उन्होंने इजराइल के अपने भयावह अनुभवों को भी बताया है।
इस वीडियो में नुसरत कह रही हैं कि “मैं सबसे पहले तो उन लोगों का शुक्रिया करना चाहती हूं जिन्होंने मुझे मैसेजेज भेजे, मेरे लिए प्रार्थना की। मैं घर आ गई हूं, मैं सुरक्षित हूं। दो दिन पहले जब मेरी एक होटल में नींद खुली तो मुझे बाहर से बम धमाकों और साइरनों की आवाज सुनाई दे रही थी। हमें बेसमेंट में ले जाया गया फिर शेल्टर एरिया में पहुंचाया गया। मैं पहले ऐसे हालतों में फंसी नहीं हूं। आज जब मैं अपने घर में उठी हूं। जहां उस तरह की आवाजें नहीं हैं, मुझे सुरक्षित महसूस हो रहा है।”
नुसरत (Nusrat Bharucha) अपने वीडियो में आगे कहती हैं कि “मुझे एहसास हुआ कि हम कितने खुशकिस्मत हैं कि हम इस देश में रहते हैं। मैं इस देश की सरकार को शुक्रिया कहना चाहती हूं। भारतीय दूतावास को शुक्रिया कहना चाहती हूं। इसके साथ ही उन लोगों के लिए प्रार्थना करना चाहती हूं जो अभी भी युद्ध के बीच फंसे हुए हैं।”