गाजियाबाद के वैशाली में मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी को चौंका कर रख दिया। बता दें कि मैक्स अस्पताल की नर्स ने अस्पताल में आए एक डेंगू मरीज से शादी रचा ली। और उससे भी दिलचस्प बात तो यह है कि अस्पताल प्रबंधन ने शादी का पूरा इंतजाम अस्पताल में ही कर दिया। शादी का ये नज़ारा इतना अनोखा था कि पूरा अस्पताल बैंक्वेट हॉल में बदल गया था। और डॉक्टर इस शादी के गवाह बन गए। आखिर क्या कारण था कि नर्स को मरीज से शादी करनी पड़ी और वो भी अस्पताल में।
आपको बताएं पलवल की रहने वाली अनुराधा जो मैक्स हॉस्पिटल में नर्स है, उसका रिश्ता पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार के अविनाश से हुआ था, जो कि निजी कंपनी में सेल्स अधिकारी हैं। उनकी शादी के लिए पलवल में हॉल बुक कर दिया गया था और डेट 27 नवंबर तय कर दी गई थी। इसी बीच दूल्हा बनने वाले अविनाश को डेंगू बुखार हो गया। बुखार उतरने का नाम नहीं ले रहा था और उनके पिता चाहते थे कि अविनाश का स्वास्थ्य ठीक होने के बाद उनकी शादी हो। इसलिए अविनाश को मैक्स हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती किया गया।
शादी से 4 दिन पहले ही अविनाश को बुखार आया था और वह बहुत कमजोरी महसूस कर रहा था। उसकी प्लेटलेट्स भी बहुत कम हो गई थी। डॉक्टरों ने अविनाश को हॉस्पिटल से छुट्टी देने के लिए मना कर दिया। इसलिए अनुराधा ने शादी को आगे टालने की बजाय अस्पताल में ही शादी रचाने का फैसला किया। अस्पताल प्रबंधन और दोनों के माता-पिता ने उसके इस फैसले को स्वीकार किया। और मजे की बात यह है कि अस्पताल ने भी उनका पूरा साथ दिया और अस्पताल के मीटिंग हॉल को शादी के बैंक्वेट हॉल बदल दिया।
अस्पताल के मीटिंग हॉल को फूल-गुब्बारों से सजाया गया था। मुहूर्त तो पहले से तय था, और अब डेस्टिनेशन भी तैयार थी। इस शादी ने इस बात को सही साबित कर दिया कि शादी जहां हो, जिससे हो, सब ईश्वर लिख कर भेजता है। हालांकि नर्स ने भी मिसाल कायम कर दी, जो मरीज का इलाज करते हुए उससे शादी रचा ली। बता दें Ghaziabad के इस अस्पताल में दोनों ने एक दूसरे के गले में माला डालकर 12 लोगों की मौजूदगी में शादी रचाई। इस शादी के गवाह डॉक्टर, नर्स और अस्पताल का पूरा स्टाफ बना।