घने कोहरे की चपेट में उत्तर भारत, 3 फरवरी से कई जगहों पर बारिश की सम्भावना

मौसम विभाग के मुताबिक, अभी कम से कम दो से तीन दिन घना कोहरा और भीषण ठंड की स्थिति बनी रहेगी। तीन फरवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में अलग-अलग जगहों पर वर्षा की भी संभावना है।

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धुप निकलने के कुछ दिन बाद फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिला है। जहाँ कड़ाके की ठंड ने हर किसी का जीना दुश्वार कर दिया है। जिस कारण लोग घरो से निकलने में सोचने लगे है। वही कोहरा छाने से उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में बर्फीली ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। रविवार को हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में कड़ाके की ठंड के साथ घना कोहरा छाया रहा और आज भी मौसम की वही स्तिथि बनी हुई है। खराब मौसम और घने कोहरे के चलते ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा और उड़ानों में भी देरी हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, अभी कम से कम दो से तीन दिन घना कोहरा और भीषण ठंड की स्थिति बनी रहेगी। तीन फरवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में अलग-अलग जगहों पर वर्षा की भी संभावना है।

भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को पंजाब से लेकर बिहार और हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, ओडिशा, उत्तरी मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर के असम, नगालैंड और मणिपुर में घना कोहरा छाया रहा। इस दौरान उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में बर्फीली ठंड भी महसूस की गई। हालांकि, शुक्रवार और शनिवार को धूप खिलने से कड़ाके की ठंड से राहत की उम्मीद बंधी थी, लेकिन अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। उत्तर भारत में 6-9 डिग्री सेल्सियस के बीच न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया जो सामान्य से 3-6 डिग्री सेल्सियस तक कम रहा। चंडीगढ़ में सुबह न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रहा।

वही तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में हिल स्टेशन ऊटी में कश्मीर जैसे हालात देखने को मिले हैं और न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क कर आ गया है। कड़ाके की ठंड से जनजीवन पर असर पड़ा है। जम्मू-कश्मीर के मशहूर पर्यटन स्थल गुलमर्ग, तंगमर्ग, गुरेज, सोनमर्ग और कुपवाड़ा के कई ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हुई, जबकि जम्मू में दिनभर धूप खिली रही। कश्मीर के अधिकतर ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बादल छाए रहने के कारण घाटी में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे पहुंच गया। बादल छाए रहने के कारण रात के तापमान में काफी वृद्धि हुई है।

पंजाब और हरियाणा को भी कड़ाके की ठंड से अभी राहत नहीं मिली है। वही हिमाचल में रोहतांग दर्रे समेत ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात हुआ। शिमला समेत कई क्षेत्रों में बादल छाए रहे। बता दे कि 30 जनवरी से तीन फरवरी तक मैदानों में बारिश और मध्य एवं उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 31 जनवरी को मध्य एवं उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।