बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जिसे देश को आजादी कब मिली, यह नहीं मालूम है, वह कितना इललीगल है। इसलिए उन सब चीजों को छोड़िए न। उसका कोई वैल्यू है। हम तो उनलोगों की बातों पर अब ध्यान भी नहीं देते हैं। अब आजादी कब हुआ यह देख के लोगों को कब मिली यह मामलू नहीं है।
दरअसल, हाल में ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि देश को आजादी 1947 में नहीं बल्कि जेपी आंदोलन के बाद मिली थी। इसके बाद सियासी माहौल काफी ज्यादा गरमा गई। सोमवार को पटना में मीडिया ने इस मामले पर ही सीएम नीतीश कुमार से प्रश्न पूछा तो उन्होंने सम्राट चौधरी के GK पर ही सवाल उठा दिया।
संयोजक बनने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमको कुछ नहीं चाहिए। हमको कुछ नहीं बनना है। मुंबई में I.N.DI.A. की बैठक में दूसरे लोगों को बनाया जाएगा। हम तो लोगों को एकजुट कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि सब लोग एक जुट हों और एक मंच पर लाना चाहते। सब मिलकर कुछ करे, हम यही चाहते हैं। कुछ व्यक्ति हम नहीं चाहते हैं।
सुप्रीम कोर्ट में जाति आधारित गणना पर सुनवाई के सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले यह लोग पीछे थे, अब परदे के आगे हैं और खुलेआम इसका विरोध कर रहे हैं। यह लोग शुरू से ही नहीं चाहती है कि बिहार में जाति आधारित गणना हो।
उन्होंने आगे कहा, इधर, कुछ लोग 24 घंटा में रिपोर्ट देने की मांग कर रहे हैं, उधर वहीं लोग रोक लगवाने की भी कोशिश कर रहे। सभी चीजों का विश्लेषण होगा सभी चीजों को देखा जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा तीसरी बार प्रधानमंत्री के उम्मीदवारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका रहने दीजिए उनसे क्या लेना देना है? देश की जनता का मूड कुछ और है।