रेप करने का आरोपी और खुद को ईश्वर का दर्जा देने वाला इंडिया से भगोड़ा घोषित हो चूका नित्यानंद (Nithyananda) के देश ‘कैलासा’ (Kailasa) ने संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में शरीक होने का दावा किया है। नित्यानंद (Nithyananda) पर इंडिया में बलात्कार सहित कई बड़े आरोप लगे हुए है। वह भारत में वॉन्टेड घोषित है। इस सबके बीच नित्यानंद के देश ‘कैलासा’ ने दावा किया कि उसके प्रतिनिधि ने UN में भाग लिया है। जिनेवा में हुई इस बैठक में कैलासा की प्रतिनिधि ने कहा कि, नित्यानंद को इंडिया ने ‘सताया’ है।
महिला ने CESCR की बैठक में खुद को राजदूत बताया
बैठक में खुद को विजयाप्रिया नित्यानंद (Nithyananda) कहने वाली महिला ने कैलासा का प्रतिनधित्व किया। उसने कमेटी ऑन इकोनॉमिक, सोशल एंड कल्चरल राइट्स (CESCR) की बैठक में खुद को राजदूत बताया। उसका वीडियो संयुक्त राष्ट्र की वेबसाइट पर भी पोस्ट किया गया है।
महिला ने कहा कि, “कैलासा हिंदुओं के लिए पहला संप्रभु देश है, जिसे हिंदू धर्म के सर्वोच्च पुजारी, नित्यानंद परमशिवम ने स्थापित किया है, जो हिंदू सभ्यता और हिंदू धर्म की 10,000 स्वदेशी परंपराओं को पुनर्जीवित कर रहे हैं। जिसमें आदि शैव स्वदेशी कृषि जनजातियां भी शामिल हैं।” महिला के बोलने के बाद कैलासा के पुरुष प्रतिनिधि ने अपना नाम ईएन कुमार बताया और खुद को ‘छोटा सा किसान’ कहने वाले इस व्यक्ति ने किसानों के खिलाफ संसाधनों को बाहरी दलों द्वारा नियंत्रित किए जाने को लेकर सवाल पूछा।
कहाँ है कैलासा देश?
दावा किया जाता है कि, कैलासा इक्वाडोर के तट पर स्थित देश है, जिसका अपना झंडा, पासपोर्ट और रिजर्व बैंक भी है। दिसंबर 2020 में नित्यानंद (Nithyananda) ने यहाँ के लिए फ्लाइट तक की घोषणा कर दी थी। कैलासा की वेबसाइट पर इसे धरती का ‘सबसे बड़ा हिंदू राष्ट्र’ बताया गया है। एक ऐसा देश ‘जिसकी सीमाएं नहीं हैं’ और जिसे उन बेदखल हिंदुओं ने बनाया, जिन्होंने अपने ही देशों में हिंदू धर्म का पालन करने का अधिकार खो दिया।
नित्यानंद पर भारत में बच्चों का बलात्कार करने, शोषण और अपहरण जैसे कई आरोप है। वह इंडिया से 2019 में भाग गया था, जनवरी 2020 में इंटरपोल (Interpol) ने उसके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस (Blue Corner notice) जारी किया। यह नोटिस सदस्य देशों से अपराध में शामिल व्यक्ति की पहचान, लोकेशन और गतिविधियों की जानकारी जुटाने के लिए जारी किया जाता है।