देश में कई ऐसे तांत्रिक सर्पदंश का इलाज करने का दावा करते है और कभी -कभी तो इन झाड़-फूंक के चक्कर में सख्श की मौत तक हो जाती है। वही इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कथित तांत्रिक का नागपुर के एनजीओ वाइल्डलाइफ वेलफेयर सोसायटी ने स्टिंग ऑपरेशन करके भंडाफोड़ किया है।
एनजीओ के पदाधिकारियों ने स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम देते हुए एक व्यक्ति के हाथ पर सेफ्टी पिन से मामूली जख्म किया और उसे लेकर तांत्रिक के पास पहुंच गए। इसके बाद सर्पदंश से मुक्ति दिलाने के लिए तांत्रिक ने जो खेल खेला वह स्टिंग ऑपरेशन में रिकॉर्ड हो गया। एनजीओ की टीम ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि स्टिंग का गांव वालों और तांत्रिक को पता भनक तक नहीं लगा।
मंत्रोच्चार के बाद तांत्रिक सांप की तरह रेंगकर ही बाहर आया
बता दे कि एनजीओ के पदाधिकारियों ने टीम के एक सदस्य के बाएं हाथ पर सेफ्टी पिन से सर्पदंश के निशान जैसा जख्म किया। फिर तांत्रिक के गांव एंबुलेंस से फर्जी मरीज को लेकर टीम स्टिंग के लिए गांव पहुंच गई। फिर क्या तांत्रिक सेफ्टी पिन के जख्म को सर्पदंश बताकर विष उतारने का नाटक करने लगा। वही जब तांत्रिक बाबा ने हाथ के बजाय पैर पर चीरा लगाकर जहर पीने का नाटक शुरू किया। टीम जैसे ही मरीज को लेकर तांत्रिक के घर पहुंची। उसे देख तांत्रिक सांप की तरह रेंगते हुए पहले धार्मिक स्थल में गया। मंत्रोच्चार के बाद तांत्रिक सांप की तरह रेंगकर ही बाहर आया।
हाथ की जगह पांव से तांत्रिक ने निकाला जहर
इस बीच तांत्रिक के सहयोगी ने मरीज के कथित सर्पदंश की जख्मी हाथ वाले साइड के ही बाएं पैर पर ब्लेड से चीरा लगा दिया। इसके बाद तांत्रिक कथित मरीज के बाएं पैर से मुंह लगाकर जहर निकालने लगा और फिर थूकने लगा। कुछ देर बाद तांत्रिक ने पूरा जहर उतारने का दावा कर रोगी को घर ले जाने को कहा। लेकिन जब मरीज को सर्पदंश हुआ ही नहीं था तो तांत्रिक ने पैर से कौन-सा जहर निकाला, अब यह तो केवल तांत्रिक ही बता सकता है। यह पूरी घटना मोबाइल फोन में एनजीओ ने रिकॉर्ड कर ली है। इस घटना की शिकायत जिलाधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों से की गई है।