मुजफ्फरनगर: पेपर लीक मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

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उत्तर प्रदेश में हाल ही मे हुई पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर चौतरफा बवाल मचा हुआ है। जगह-जगह विभिन्न जनपदों में अभ्यर्थियों द्वारा इस भर्ती के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि परीक्षा से पहले ही पूरा पेपर लीक हो चुका था जिसके चलते 48 लाख अभ्यर्थियों की मांग है कि यह पेपर दोबारा कराया जाए।

सैकड़ो अभ्यर्थियों ने कचहरी में डीएम को सौंपा ज्ञापन

मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद मे सैकड़ो अभ्यर्थियों ने कचहरी परिसर में स्थित जिला कलेक्टर पर पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को सौपकर पेपर दोबारा कराए जाने की मांग की। इस प्रदर्शन के बारे में अभियार्थी अभिजीत बालियान की माने तो ऐसा है जो अभी सरकार ने 60000 पदों पर सिपाही की भर्ती निकाली थी तो जो उसका चार शिफ्ट में पेपर हुआ था वह पूरा का पूरा लीक हो गया तो हमारी 48 लाख छात्रों की मांग है कि पेपर को दोबारा कराया जाए और हम सरकार को सबूत देने के लिए तैयार हैं सरकार हमसे वार्ता करें और यह पेपर दोबारा कराया जाए, हमने जिलाधिकारी जी को ज्ञापन सोपा है एवं जो यहां क्षेत्र के नेता हैं उनसे भी हम मिले थे तो उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि हम इसमें बात करेंगे लेकिन 5-6 दिन हो गए अभी तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई वहीं सरकार इसमें आंसर की जारी करने वाली हो रही है क्योंकि अगर आंसर की आ गई तो यह भर्ती होगी तो हम नहीं चाहते कि यह भर्ती हो क्योंकि यह बिल्कुल निष्पक्ष भर्ती नहीं है और सरकार के पास भी सबूत है लेकिन एक जांच कमेटी के नाम पर सरकार हमें बहका रही है जो हम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे, देखिए हमें 6 साल हो गए एवं 1 साल की लगभग ₹15000 तो फीस कोचिंग की होती है और अगर टोटल खर्चा लगा ले तो 5 साल में एक युवक का खर्चा लगभग 5 लाख है जिसमें पढ़ाई, किताब, कोचिंग संस्थान व किराया आदि सब कुछ जोड़कर होती है, हम सब छात्र हैं एवं सबके साथ शोषण हुआ है जिससे सब का भविष्य अंधकार में चला जाएगा, जो यूपीपीआरबी ने जो एक ईमेल आईडी दी थी उसे पर हमने कल भी सबूत भेजे हैं और हम बाई हेंड भी देने के लिए तैयार हैं, सबसे पहले निर्णय में तो पेपर रद्द होना चाहिए और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए वही जो दोषी है उन्हें जेल भेजने का काम करें और अभी सरकार ने ढाई सौ लोगों को गिरफ्तार किया किस वजह से किया क्योंकि पेपर लीक है ना वहीं इनके नेता कह रहे हैं कि पेपर लीक नहीं हो रहा है तो पहले तो यह आपस में ही सलाह कर ले, जो हमारे डिप्टी सीएम है केशव प्रसाद मौर्य वह कह रहे हैं कि पेपर लीक नहीं हुआ एवं कुछ बच्चे उन्हें ज्ञापन देने गए तो पुलिस से उनके साथ मारपीट कराई तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आप किसे पीट रहे हैं उन युवाओं को जिन्होंने वोट दिया और सब इन युवाओं के दम पर ही है जो पिछली सरकार थी वह भर्ती बेचती थी तो उन्हें सत्ता से हटाने के लिए ही तो आपको लाए थे और आप ही यह काम करोगे तो फिर युवा क्या करेगा।